भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस पर मंडल आयोग की सिफारिशों को सालों तक दबाये रखने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए काम किया है.
नड्डा ने यह बात बिहार की राजधानी पटना में बृहस्पतिवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कही. नड्डा ऐसे समय में बिहार के दौरे पर आये हैं जब राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने हाल ही में जाति आधारित सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की है जिसमें यह बात सामने आयी कि राज्य की कुल आबादी में 60 प्रतिशत से अधिक आबादी अन्य पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की है.
भाजपा पर अक्सर उच्च जाति समर्थक होने का आरोप विपक्ष लगाता है. बिहार में जाति आधारित सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आलोक में अन्य पिछडा वर्ग (ओबीसी) और अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के देशभर संभावित रूप से एकजुट होने की अटकलों के बीच नड्डा ने संबोधन के दौरान रेखांकित किया कि राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में पार्टी सदस्यों की एक बड़ी संख्या पिछड़े वर्ग से आती है. उन्होंने कहा कि बिहार ने पहली बार दिवंगत समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार के तहत ओबीसी के लिए आरक्षण दिया गया था जिसमें जनसंघ (भाजपा की पूर्ववर्ती) एक हिस्सा था.
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा, ‘‘इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट दबाने का फैसला किया और जब तक वी पी सिंह ने भाजपा की मदद से सरकार नहीं बनाई तब तक इसकी सिफारिशें लागू नहीं की गईं.''उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) जिसमें लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख सहयोगी थी, लगातार दो बार सत्ता में रहा, लेकिन ओबीसी के लिए राष्ट्रीय आयोग को तब तक संवैधानिक दर्जा नहीं दिया गया जब तक कि नरेन्द्र मोदी ने केंद्र में अपनी सरकार नहीं बनाई.
कांग्रेस और राजद दोनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के गठबंधन सहयोगी हैं तथा तीनों दलों ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.नड्डा ने कहा कि ‘‘इंडिया'' गठबंधन का गठन परिवारवाद एवं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने तथा इसमें शामिल लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए किया गया है. उन्होंने ‘इंडिया'' गठबंधन में शामिल अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया और कहा, ‘‘शराब घोटाला मामले में दिल्ली में एक और विकेट गिर गया है.''
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली सरकार की अब रद्द हो चुकी शराब नीति में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार किया है. इसी मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्यपाल जैन जेल में हैं.नड्डा ने चारा घोटाले के कई मामलों में लालू प्रसाद की सजा का भी जिक्र किया और कहा कि राजद प्रमुख के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को हाल ही में एक अन्य भ्रष्टाचार मामले में जमानत मिली है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदी के नेतृत्व में देश भर के केंद्रीय विद्यालयों में चार लाख ओबीसी को प्रवेश दिया गया है. उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं से गरीबों को लाभ हुआ है. इज्जत घरों (शौचालय) से ग्रामीण महिलाओं की गरिमा बहाल हुई है.'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें याद रखना चाहिए कि मोदी गरीबी को जाति का एक रूप मानते हैं. मोदी सरकार ने 12 करोड़ गरीब लोगों को मध्यम आय वर्ग में प्रवेश दिलाने में मदद की है. यह मेरा दावा नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़े यह बताते हैं.''
भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पिछले पांच वर्षों में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या देश की आबादी के एक प्रतिशत से भी कम रह गई है. नड्डा ने अपने भाषण में यह कहने के लिए बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी की सराहना की कि पार्टी अब ‘‘दूसरों को अपने कंधों पर नहीं ढोना चाहती'' जिसका इशारा परोक्ष तौर पर नीतीश कुमार की ओर था जिन्होंने पिछले साल राजग का साथ छोड़ दिया था. भाजपा प्रमुख नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले साल राज्य की सभी 40 लोकसभा सीटें जीतने के साथ-साथ 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के अकेले दम पर सरकार बनाने के लिए काम करने का आह्वान किया.
नड्डा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संप्रग की उसके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने में विफलता के लिए भी आलोचना की और दावा किया कि मोदी सरकार ने इसके लिए संसद की मंजूरी हासिल कर ली है और इसे 2027 के बाद राज्य विधानसभाओं और 2029 में लोकसभा में लागू किया जाएगा.
पिछले नौ महीने के दौरान बिहार की अपनी पहली यात्रा पर आए नड्डा भाजपा के संस्थापकों में से एक रहे और बिहार के पूर्व मंत्री कैलाशपति मिश्र की जयंती पर आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे. नड्डा बाद में मिश्र के आवास भी गए. समारोह को गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय जैसे केंद्रीय मंत्रियों सहित कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पटना में बिताए अपने शुरुआती दिनों को हमेशा याद करते रहे हैं. उन्होंने उस स्मारक का भी दौरा किया जहां प्रसिद्ध समाजवादी नेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण रहते थे. नड्डा ने ‘‘नेहरू-गांधी परिवार'' की चौथी पीढ़ी के साथ गठबंधन करने के लिए नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की निंदा की जिसके खिलाफ जयप्रकाश नारायण ने लड़ाई लड़ी थी. उन्होंने लालू प्रसाद को आपातकाल के दौरान ‘मीसा' के तहत उनकी हिरासत की याद दिलाते हुए कहा कि यही कारण था कि राजद प्रमुख ने अपनी सबसे बड़ी बेटी का नाम ‘मीसा' रखा था.
भाजपा अध्यक्ष का हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत किया गया. वह एक भव्य जुलूस के साथ दिवंगत मिश्रा की जयंती मनाने के लिए आयोजित एक समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. शहर में कई स्थानों पर उनका स्वागत किया गया. बाद में उन्होंने यहां बिहार भाजपा मुख्यालय में पार्टी नेताओं के साथ एक संक्षिप्त बातचीत भी की.
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