भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शिवसेना का आंतरिक मामला है और भाजपा राज्य में सरकार बनाने का दावा नहीं कर रही है. पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करने वाले दानवे ने मीडिया को बताया कि शिवसेना का कोई भी विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं है. रेल राज्यमंत्री दानवे ने कहा कि हमने एकनाथ शिंदे से बात नहीं की है. यह शिवसेना का आंतरिक मामला है. भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. हम सरकार बनाने का दावा नहीं कर रहे हैं.
महाराष्ट्र में तेज होते राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि "अप्राकृतिक गठबंधन" से बाहर निकलने के लिए पार्टी के अस्तित्व के लिए यह आवश्यक था और कहा कि राज्य सरकार में गठबंधन के कार्यकाल के दौरान केवल घटक दलों को ही फायदा हुआ.
पार्टी के भीतर विद्रोह के कारण उद्धव ठाकरे की सरकार संकट का सामना कर रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी विधायकों को अपना इस्तीफा देना चाहते हैं, जो इसे राजभवन ले जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग है तो वह पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने को भी तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि पार्टी विधायकों का एक वर्ग उन्हें हटाने के लिए लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि सूरत जाने के बजाय विधायक उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत करा सकते थे. ठाकरे ने कहा कि यदि एक भी विधायक उनके खिलाफ है तो यह उनके लिए शर्म की बात है. उद्धव ने ये भी साफ किया कि वह पार्टी विधायकों की मांग पर इस्तीफा देने को तैयार हैं.
गौरतलब है कि शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार के सामने संकट बुधवार को और गहरा गया जब एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उनके पास छह से सात निर्दलीय विधायकों सहित 46 विधायकों का समर्थन है.