लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बाद चल रहे संसद के पहले सत्र में पक्ष और विपक्ष की तरफ से एक दूसरे पर जमकर हमले हो रहे हैं. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हो रहे चर्चा पर अपनी बात रखते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मिस्टर इंडिया बताया. निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्षी सदस्यों के भाषण में असत्य, गुमराह करने वाले तथ्य, निराशावादी, डर और डर की जो पराकाष्ठा हो सकती है कि डर के आगे कुछ भी नहीं है, हम कभी भी जीत नहीं सकते हैं. उस तरह के बयान सुनने को मिले.
राहुल गांधी के हिंदुत्व वाले बयान पर संसद में मचा बवाल
गौरतलब है कि लोकसभा के पहले सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदुत्व पर दिए गए बयान से बवाल मच गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा नेताओं ने उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. भाजपा इस बयान को लेकर सड़क से संसद तक पुरजोर तरीके से विरोध कर रही है. मुंबई में भाजपा कार्यकर्ता राहुल गांधी के खिलाफ सड़कों पर उतर गए हैं. उन्होंने हाथ में राहुल गांधी का पोस्टर लेकर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
भाजपा नेता अनिल विज ने भी राहुल गांधी के बयान को लेकर हमला किया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का भाषण सुनकर लगा कि पप्पू अब बड़ा हो गया है. उनके बयान से ऐसा लगता है कि वो बहुत ही गहरी साजिश रच रहे हैं. वो हिंदुस्तान के अलग-अलग धर्म के लोगों को आपस में लड़ाना चाहते हैं. वो देश का एक बार और विभाजन करवाना चाहते हैं. उनके भाषण को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देना ही देश हित में सही होगा.
जेडीयू नेता ने भी बोला हमला
जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने भी राहुल गांधी के बयान का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि सनातन में हमेशा कहा गया है कि 'धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो. प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो.' हिंदुत्व प्रेम बढ़ाने वाला धर्म है, इसलिए यह कहना उचित नहीं है कि हिंदू हिंसा को बढ़ाता है.
वहीं इंडी गठबंधन की सहयोगी समाजवादी पार्टी ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है. सपा प्रवक्ता फकरुल हसन चांद ने कहा कि राहुल गांधी हिंसा नहीं, बल्कि अहिंसा की बात करते हैं. वो सिर्फ एक धर्म से नहीं बल्कि हर धर्म से प्यार करते हैं. भाजपा सिर्फ नकारात्मक और धर्म की राजनीति करती है. सरकार के पास अग्निविर, महिला सुरक्षा, मणिपुर और नीट पेपर लीक मामले पर कोई जवाब नहीं है. भाजपा की केंद्र सरकार इन सवालों का जवाब नहीं देना चाहती.