भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के नेताओं ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से शनिवार को इस्तीफे की मांग की. भाजपा की ओर से यह मांग प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बृहस्पतिवार की रात कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और अदालत की ओर से उन्हें 28 मार्च तक के लिए संघीय एजेंसी की हिरासत में भेजे जाने के बाद आई.
भाजपा नेताओं ने राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और ‘रघुपति राघव राजा राम' गाते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया.
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप पर कथित आबकारी नीति घोटाले में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने और केजरीवाल पर ईडी के कई नोटिस की अवहेलना करने का आरोप लगाया.
सचदेवा ने कहा, ‘‘...दो नवंबर से ही ईडी नोटिस भेज रही है, लेकिन वे इसे नजरअंदाज कर रहे थे और जब वे अदालत गए तो उसने भी उनसे जांच में शामिल होने की बात कही. अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि कोई घोटाला नहीं हुआ तो फिर जवाब देना होगा कि 100 करोड़ रुपये क्यों लिए गए?''
मौजूदा लोकसभा सदस्य हर्षवर्धन ने कहा कि पार्टी केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी और उसने राजघाट पर ऐसा करने का संकल्प लिया है. हर्षवर्धन को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने टिकट नहीं दिया है.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘जो लोग बच्चों की झूठी कसम खाते हैं, वे भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। लेकिन दिल्ली के लोगों को धोखा देने वाले केजरीवाल को यह भी समझना चाहिए कि जो लोग आपको सत्ता में लाए, वे आपको अपदस्थ भी कर सकते हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक, वे पिछले दो वर्षों से नए-नए नाटक कर रहे हैं. उपमुख्यमंत्री और एक सांसद जेल के अंदर हैं, और ईडी द्वारा नौ समन भेजने के बाद भी वह (केजरीवाल) एजेंसी के सामने क्यों नहीं आए? अगर आप ईमानदार हैं तो जांच से क्यों डरते हैं?''
मौजूदा लोकसभा में उत्तर पूर्वी दिल्ली से सदस्य मनोज तिवारी ने कहा कि ‘आप' के पास ‘जर्नी! स्वराज टू एल्कोहॉल' शीर्षक से किताब लिखने की योग्यता है. बाद में, एक संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली प्रदेश भाजपा की सचिव एवं नयी दिल्ली लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने केजरीवाल के एक संदेश पर टिप्पणी की जो दिन में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल द्वारा पढ़ा गया था.
इसी संवाददाता सम्मेलन में सचदेवा ने आरोप लगाया, ‘‘अराजक आप एक बार फिर मंच पर पीड़ित होने का झूठा विमर्श पेश कर रही है दावा कर रही है कि अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ था.''
उन्होंने कहा, ‘‘आप चाहती है कि हम यह विश्वास करें कि वह सत्य और न्याय की एकमात्र संरक्षक है और यह तय करना उसका कर्तव्य है कि किसे सलाखों के पीछे होना चाहिए और किसे स्वतंत्र रूप से घूमना चाहिए। लेकिन आप नेताओं को इस असुविधाजनक सच्चाई को नहीं भूलना चाहिए कि ये अदालतें हैं जिसके पास न्याय देने का अधिकार है, न कि उनकी ‘कंगारू अदालत'.'
इससे पहले दिन में आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि ईडी कथित आबकारी नीति मामले में आप नेताओं के खिलाफ कोई सबूत पेश करने में विफल रही है. सचदेवा ने आप को चुनौती दी कि वह सबूत के साथ सामने आए कि उसने नीति में कोई गलत काम नहीं किया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)