दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्टैंडिंग कमेटी में खाली एक सदस्य के चुनाव के नतीजे आ गए हैं. BJP ने दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी की 18वीं सीट पर जीत हासिल की है. BJP के सुंदर सिंह तंवर सदस्य चुने गए हैं. स्टैंडिंग कमेटी की से सीट BJP नेता कमलजीत सहरावत के पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी. इस सीट के लिए शुक्रवार दोपहर 1 बजे वोटिंग शुरू हुई थी. सुंदर सिंह तंवर को 115 वोट मिले हैं. इस जीत के साथ ही 18 सदस्यों वाली स्टैंडिंग कमेटी में BJP के 10 और AAP के 8 सदस्य हो गए हैं. यानी स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन BJP से बनना तय है.
स्टैंडिंग कमेटी के लिए सदन से 6 मेंबर चुने जाते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले 6 सदस्यों का चुनाव हो चुका है. दोनों पार्टियों से 3-3 मेंबर चुने गए.
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AAP और कांग्रेस ने किया बॉयकॉट
MCD के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया. यानी स्टैंडिंग कमेटी के इस सीट पर चुनाव बगैर AAP और कांग्रेस पार्षदों के ही कराया गया. BJP के पार्षदों ने वोटिंग में हिस्सा लिया था.
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LG ने गुरुवार को दिया था चुनाव का आदेश
दरअसल, गुरुवार को दिल्ली के उप-राज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने रात 10 बजे तक स्टैंडिंग कमेटी की खाली सीट पर चुनाव कराने का आदेश दिया था. इसके बाद MCD की बैठक हुई. जिसके बाद देर रात फैसला लिया गया कि गुरुवार को चुनाव नहीं कराए जा सकते, क्योंकि AAP और कांग्रेस के पार्षद घर चले गए हैं. MCD ने बाद में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया.
मेयर के फैसले को LG ने पलटा
मेयर शैली ओबेरॉय ने 5 अक्टूबर को चुनाव कराने की बात कही थी. लेकिन LG ने इस फैसले के पलट दिया था. ऐसे में शुक्रवार दोपहर को एडिशनल कमिश्नर जितेंद्र यादव की मौजूदगी में चुनाव कराए गए. उन्हें मेयर और डिप्टी मेयर की गैर-मौजूदगी में प्रिसाइडिंग ऑफिसर यानी पीठासीन अधिकारी बनाया गया है. जिसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया.
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मनीष सिसोदिया ने BJP और LG पर साधा निशाना
इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को दिल्ली के LG पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर MCD में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. पार्षद घर जा चुके हैं. रात 10 बजे तक क्या इमरजेंसी है कि चुनाव कराने होंगे.
मनीष सिसोदिया ने कहा, " इस पूरे मामले में BJP का क्या मकसद है. इस समय जब आम आदमी पार्टी के पार्षद, कांग्रेस के पार्षद जा चुके हैं, लेकिन BJP के पार्षद वहीं टिके हुए हैं. सारे सांसद सभी पदाधिकारी वहीं बैठे हैं. यह तो संविधान की हत्या है."
क्या होता है स्टैंडिंग कमेटी?
दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर के आलावा स्टैंडिंग कमेटी को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि जिसके पास स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन का पद होता है, उसी के पास असली पावर होती है. यही कारण है कि राजनीति दल स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव जीतने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं. स्थाई समिति में कुल 18 सदस्य होते हैं, जो 12 जोन से चुनकर आते हैं. साथ ही 6 सदस्यों का चुनाव सदन में होता है.
अभी किसके पास कितनी सीटें?
4 सितंबर को MCD की 18 सीटों वाली स्टैंडिंग कमिटी में हुए चुनाव में BJP ने AAP के मुकाबले बढ़त बना ली है. BJP ने 7 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि आम आदमी पार्टी ने 5 सीटें अपने खाते में दर्ज की हैं. BJP ने नरेला, सिविल लाइंस, केशवपुरम, शाहदरा उत्तरी, नजफगढ़, शाहदरा दक्षिण और सेंट्रल जोन में जीत हासिल की जबकि 'आप' ने करोल बाग, पश्चिम, दक्षिण, सिटी एसपी और रोहिणी जोन में विजय हासिल की.
स्टैंडिंग कमेटी के पास कितना पावर?
दिल्ली एमसीडी में कॉर्पोरेशन का कामकाज और प्रबंधन का काम स्टैंडिंग कमेटी ही करती है. स्टैंडिंग कमेटी ही प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मंजूरी देती है. स्टैंडिंग कमेटी MCD की यह मुख्य फैसला लेने वाला समूह होता है