उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव में एक महीने से भी कम का समय बचा है, लेकिन राज्य में सियासी उठापटक जारी है. राज्य की सत्ताधारी पार्टी को हाल ही तीन बड़े झटके लगे हैं. योगी आदित्यनाथ कैबिनेट से तीन दिन के अंतराल में तीन मंत्रियों का इस्तीफा देना पार्टी के लिए सिरदर्द बनता दिख रहा है. हालांकि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मानें तो राज्य में पार्टी को हर जगह से समर्थन मिल रहा है और जनता के आशीर्वाद से बीजेपी फिर से सत्ता हासिल करने में सफल रहेगी.
तोमर ने गुरुवार मीडिया से बात करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश में मिल रहे इस्तीफे कोई बड़ी बात नहीं है. बीजेपी को राज्य में हर जगह से समर्थन मिल रहा है. लोग हमें आशीर्वाद देंगे और बीजेपी यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने में सफल होगी."
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तीन मंत्री, सात विधायकों ने छोड़ी पार्टी
पिछले तीन दिनों में उत्तरप्रदेश भाजपा से तीन मंत्री और सात विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें 11 जनवरी को मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, विधायक भगवती सागर, विधायक रोशन लाल वर्मा और विधायक बृजेश प्रजापति, 12 जनवरी को मंत्री दारा सिंह चौहान और विधायक अवतार सिंह भड़ाना और 13 जनवरी को मंत्री धर्म सिंह सैनी, विधायक विनय शाक्य, विधायक मुकेश वर्मा और विधायक बाला अवस्थी ने इस्तीफा दिया है.
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अभी और भी गिर सकते हैं विकट
यूपी भाजपा से इस्तीफा देने वाले मंत्री धर्म सिंह सैनी ने दावा किया है कि 20 जनवरी तक रोजाना एक मंत्री और करीब तीन से चार विधायक त्यागपत्र देंगे और यह सब लोग स्वामी प्रसाद मौर्य की राह पर चलेंगे. पार्टी से इस्तीफा देने की अहम वजह पार्टी का पिछले पांच सालों में दलितों और पिछड़े वर्गों की आवाज को दबाना बताया जा रहा है. उत्तरप्रदेश में 403 सीटों के लिए मतदान 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच सात चरणों में होना है. वहीं मतगणना 10 मार्च को होगी.