असम में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है. बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने बताया कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक गुरुवार को हुई, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ,गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अलावा असम प्रदेश अध्यक्ष रंजीत दास भी मौजूद थे. बीजेपी ने शुक्रवार को 70 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं.बैठक में सहयोगी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बारे में फैसला लिया गया. सीएम सर्वानंद सोनोवाल मांजुली से चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी ने असम में तीन चरणों में होने वाली जा रही वोटिंग के तहत पहले दो चरणों की सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है.
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सीएम सोनोवाल चुनाव में माजुली सीट से प्रत्याशी होंगे जबकि पूर्वोत्तर में बीजेपी के रणनीतिकार के तौर पर पहचान रखने वाले और सोनोवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हिमांता बिश्व सरमा जालुकबरी सीट से उम्मीदवार होंगे. हिमांता फिलहाल इसी सीट से विधायक हैं. सूत्रों के अनुसार, हिमांता बिश्व शर्मा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे लेकिन पार्टी ने फैसला किया है कि इस बार सर्बानंद सोनोवाल को सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा. बीजेपी इस बार का असम विधानसभा चुनाव सोनोवाल और बिश्व सरमा के संयुक्त नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
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127 सदस्यों वाली असम विधानसभा के लिए चुनाव के तहत पहले चरण में 27 मार्च को 47 सीटों पर वोटिंग होगी जबकि दूसरे चरण में 1 अप्रैल को 39 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. तीसरे और अंतिम चरण के अंतर्गत 6 अप्रैल 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. बीजेपी की ओर से घोषित उम्मीदवारों की सूची में 11 विधायकों के टिकट काटे गए हैं. क्षेत्रीय सहयोगी असम गण परिषद (AGP) ने पार्टी को बेरहामपुर सीट से लड़ने की इजाजत दी है, इस सीट से AGP के संस्थापक अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार महंता चुनाव लड़ते आए हैं. बीजेपी असम में AGP और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. एजीपी 26 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी जबकि UPPL आठ सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने के बाद यह राज्य में पहला चुनाव होगा. बीजेपी के सामने इस चुनाव में अपनी सत्ता को बरकरार रखने की चुनौती है.