भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सहयोगी उद्धव ठाकरे के 'राजनीति के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल' वाले बयान पर सोमवार को पलटवार किया. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा, 'शिवसेना की सेलेक्टिव मेमोरी है. शिवसेना का तब जन्म भी नहीं हुआ था, उस वक्त मुंबई नगर निकाय में भाजपा के सदस्य थे. इतना ही नहीं, साल 1984 के लोकसभा चुनाव में उनके पार्टी के उम्मीदवार ने बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा था.
रविवार को शिवसेना के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, उद्धव ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना ने सहयोगी के रूप में भाजपा के साथ 25 साल 'बर्बाद' किए. उन्होंने कहा था, 'शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था क्योंकि वह हिंदुत्व के लिए सत्ता चाहती थी. शिवसेना ने कभी भी सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल नहीं किया. शिवसेना ने बीजेपी को छोड़ा है, हिंदुत्व को नहीं. मेरा मानना है कि बीजेपी का अवसरवादी हिंदुत्व केवल सत्ता के लिए है.'
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देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिस प्रकार का भाषण मुख्यमंत्री ने दिया है मुझे लगता है कि हालही हुए नगर पंचायत और निकाय चुनाव में उनकी पार्टी चौथे नम्बर पर जाने पर वो आहत हैं उसका गुस्सा बीजेपी पर निकाल रहे हैं.
उन्होंने कहा, रामजन्मभूमि आंदोलन में आप कहां थे? वहां लाठी और गोली खाने वाले हम थे. आज मोदी जी के नेतृत्व में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि शिवसेना का हिन्दुत्व घोषणा का हिन्दुत्व है. कागजों पर है. औरंगाबाद बाद का नाम आजतक बदल नहीं पाए. भाजपा ने तो इलाहाबाद को प्रयागराज कर दिखाया.
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