कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार (Jagdish Shettar) जिन्होंने टिकट न मिलने पर राज्य के चुनावों से ठीक पहले भाजपा (BJP) से किनारा कर लिया था और खुद के लिए एक बड़ी जीत की भविष्यवाणी की थी. आज समाचार एजेंसी एएनआई से शेट्टार ने कहा कि "धन बल और दबाव की रणनीति" के कारण हुबली-धारवाड़ केंद्रीय विधानसभा क्षेत्र से उनकी हार हुई है. लिंगायत (Lingayat) नेता शेट्टार भाजपा के महेश तेंगिनाकाई से 34,000 से अधिक वोटों से हार गए, लेकिन दावा किया कि उनके भाजपा छोड़ने और लिंगायतों पर जोर देने से कांग्रेस को 20 से 25 सीटों पर मदद मिली. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी पर मतदाताओं को "500, 1,000 रुपये बांटने" का आरोप लगाया.
शेट्टार ने एएनआई को बताया, "पिछले छह चुनावों में, मैंने धन बल का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया. कभी भी मतदाताओं को पैसा नहीं बांटा है. (यह) पहली बार है कि भाजपा उम्मीदवार ने मतदाताओं को 500-1000 रुपये वितरित किए हैं." जगदीश शेट्टार ने कहा कि वह एक हफ्ते से कह रहे हैं कि कांग्रेस 130 से 140 सीटें जीतेगी. शेट्टार ने पहले कहा था, "लोगों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.
एक अंतर्धारा है. सभी जातियों के लोग काम कर रहे हैं और मुझे वोट दे रहे हैं. कांग्रेस और जगदीश शेट्टार बड़े अंतर से चुने जाएंगे." यह पूछे जाने पर कि वह पहले इतने आश्वस्त कैसे थे, उन्होंने कहा कि धन कुछ भी बदल सकता है. उन्होंने एएनआई को बताया, "हुबली निर्वाचन क्षेत्र में बहुत सारे व्यवसायी और उद्योगपति हैं, और दबाव की रणनीति ने परिणाम को प्रभावित किया है."
शेट्टार ने कहा कि भाजपा ने उन्हें हराने के लिए बहुत प्रयास किए. उनको निशाना बनाया गय़ा और इसके परिणाम में बीजेपी ने पूरे राज्य को खो दिया." शेट्टार ने कहा कि मेरे साथ पार्टी में गलत व्यवहार हुआ इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी. बीजेपी ने कहा था कि शेट्टार कोई प्रभाव डालने में विफल रहेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के सबसे बड़े लिंगायत नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि शेट्टार ने "गलती की है".येदियुरप्पा ने एनडीटीवी से कहा, "हमने उन्हें राज्यसभा सदस्यता देने का वादा किया था और हम उन्हें केंद्र में मंत्री बनाएंगे. अमित शाह ने खुद शेट्टार से बात की थी. मुझे लगता है कि उन्होंने पार्टी छोड़कर गलती की. हमने पूरे दिल से लगभग हर बार उनका समर्थन किया."
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