बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में बीजेपी अब सबसे बड़ा दल बन गया है. 75 सदस्यीय इस सदन में बीजेपी (BJP) की सीटें बढ़कर 24 हो गई हैं, जबकि जेडीयू (JDU) की सीट 24 से घटकर 23 रह गई हैं. गुरुवार सुबह पांच सीटों के लिए आए विधान परिषद चुनाव के परिणाम में बीजेपी ने अपनी एक सीट बचाई और एक सीट जीती. बीजेपी ने गया शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र दोनों में दो सीटें जीतीं. वहीं महागठबंधन ने कोसी और सारण स्नातक क्षेत्र में जीत हासिल की. वहीं सारण शिक्षक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी विजय रहे. यहां उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार को हराया.
जिन 5 सीटों पर चुनाव हुआ, उनमें से महागठबंध ने दो सीटों को बरकरार रखा. वहीं एक सीट बीजेपी से और दूसरी निर्दलीय से हार गई. इधर बीजेपी ने एक सीट बरकरार रखी और जनता दल यूनाइटेड की एक अन्य सीट भी जीतकर खुद के खाते में जोड़ ली.
बीजेपी के नेताओं ने उच्च सदन में सबसे बड़ी पार्टी बनने की खुशी जताई है. महागठबंधन में कुल मिलाकर सात दल शामिल हैं, जिसमें से वाम दलों में भाकपा, भाकपा (माले) और माकपा नीतीश कुमार सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं.
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अफाक अहमद ने भाकपा के आनंद पुष्कर को आसान अंतर से हराया और सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की. पुष्कर के पिता केदारनाथ पांडेय भाकपा के एक अनुभवी नेता थे और उन्होंने लगातार कई बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था. उनके निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए हैं. अफाक अहमद को बिहार में 'जन सुराज अभियान' चला रहे प्रशांत किशोर ने समर्थन दिया था.
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