दुनिया के सबसे अमीर शख्सों में से एक और बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के चेयरमैन बिल गेट्स बुधवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पूसा के कैंपस में लगे गेंहू को देखने पहुंचेंगे. दरअसल ग्लोबल वार्मिंग का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव आने वाले वक्त में कृषि और अनाज की पैदावार पर पड़ने की संभावना है. ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए कृषि क्षेत्र के भारतीय साइंटिस्ट की तैयारियों को देखने के लिए बिल गेटस आ रहे हैं.
बिल गेट्स भारतीय खेती से काफी प्रभावित रहे हैं. वो बुधवार को गेहूं और चने की फसल देखने आ रहे हैं. पूसा में भारतीय वैज्ञानिकों ने एक नई गेहूं की प्रजाति तैयार की है जो बढ़ते तापमान में भी अच्छी पैदावार देगा. गेहूं की इस नई प्रजाति का नाम HD3385 है. नई प्रजाति के बीज की पैदावार फरवरी में अगर तापमान 35 डिग्री से ऊपर भी चला जाए तब भी इसकी पैदावार प्रभावित नहीं होगी. गेंहूं ही नहीं चना और सरसों की फसलों का भी बिल गेट्स जायजा लेंगे और भारतीय कृषि साइंटिस्ट से बात करेंगे.
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