बिहार के सुपौल में पुल का स्‍लैब गिरने से हादसा, 1 मजदूर की मौत, 9 घायल

Under Construction Bridge collapses in Bihar: मधुबनी और सुपौल के बीच बकौर पुल का निर्माण किया जा रहा है. यह देश का सर्वाधिक लंबा पुल है. इसे भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है.

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Bihar Bhagalpur Bridge Collapse: बकौर पुल में कुल 171 पिलर बन रहे हैं. जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा पिलर बन चुका है.
सुपौल:

बिहार के सुपौल जिले में शुक्रवार तड़के एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने एक बयान में कहा, ‘‘सुपौल और मधुबनी जिले के भेजा-बकौर के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से के गिरने से एक मजदूर की मृत्यु और कुछ अन्य मजदूरों के घायल होने की सूचना मिली है. यह घटना बहुत दुखद और मन को पीड़ा देने वाली है. मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए का संबंधित एजेंसी द्वारा मुआवजा दिलवाया जाएगा.'

उन्होंने कहा, 'निर्माणधीन पुल गिरने की जांच कराई जाएगी और दोषी अभियंताओं और कार्यरत कंपनी के विरुद्ध नियम अनुसार जांच की जाएगी.' सिन्हा ने कहा, 'डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लोक निधि की लूट की छूट किसी को नहीं दी जा सकती. यदि जांच में यह बात सामने आएगी तो जिम्मेदार कर्मियों और कंपनी पर विधि सम्मत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.'

उन्होंने कहा, 'हम इस घटना को लेकर लगातार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों से संपर्क में हैं और सारी आवश्यक जानकारी ले रहे हैं.'

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सुपौल जिला के बकौर से मधुबनी जिले के भेजा के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन उक्त पुल का एक हिस्सा मरीचा के पास गिर गया. एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) वाई बी सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, “आज एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी जब बिहार के मधुबनी और सुपौल जिलों में भेजा और बकौर के बीच पुल का एक निर्माणाधीन स्पैन (पियर नंबर 153-154) ढह गया. उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार, घटना में कुल 10 मजदूर फंसे हुए थे और सभी को बचा लिया गया है. दुर्भाग्य से, अस्पताल ले जाते समय एक व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य 9 मामूली चोटों के कारण खतरे से बाहर हैं.''

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सिंह ने कहा, “मृतकों के साथ-साथ घायल पीड़ितों के लिए पर्याप्त मुआवजे की व्यवस्था की जा रही है. दुर्घटना के कारण का आकलन करने और आवश्यक उपचारात्मक उपाय करने के लिए विशेषज्ञों को घटना के बारे में जानकारी दी गई है. एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी मामले पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.''

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पत्रकारों से बात करते हुए, जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा, “जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी उस स्थान पर पहुंच गए हैं जहां घटना हुई है. उन्होंने बताया कि पुल का निर्माण एनएचएआई द्वारा कोसी नदी पर किया जा रहा है.

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मधुबनी और सुपौल के बीच बकौर पुल का निर्माण किया जा रहा है. यह देश का सर्वाधिक लंबा पुल है. इसे भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है. इस पुल में कुल 171 पिलर बन रहे हैं. जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा पिलर का निर्माण हो चुका है. यह पुल 10.5 किलोमीटर लंबा है. इसकी निर्माण की लागत करीब 1200 करोड़ रुपए है. पुल कोसी नदी पर बन रहा है और इसकी लागत 984 करोड़ बताई जा रही है. 

इस महापुल के बनने से पुल सुपौल और मधुबनी के बीच की दूरी सिमटकर 30 किलोमीटर की रह जाएगी. इस पुल के न होने पर बरसात में संपर्क कट जाता था. यही नहीं 100 किलोमीटर की दूरी भी बढ़ जाती थी.

बिहार में पुल गिरने का ये सिलसिला कोई नया नहीं हैं. इससे पहले भी पुल गिरने के हादसे हो चुके हैं. 

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