बिहार चुनाव: NDA के लिए बहुत अहम है आज का दिन, किस बात पर नाराज हैं उपेंद्र कुशवाहा

उपेंद्र कुशवाहा के बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. उनके बयान से यह साफ है कि चुनाव से ठीक पहले बिहार एनडीए में सब ठीक नहीं चल रहा है.

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पटना:

क्या बिहार एनडीए में सब कुछ सही चल रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय होने के बाद शुरू में एक बार तो ऐसा लगा कि सभी घटकों में सीट बंटवारा आसानी से हो गया. लेकिन जिस प्रकार से नीतीश कुमार नाराज हुए, लोजपा ने जेडीयू की सीटों पर दावा किया, मांझी ने नाराजगी जताई. इनके बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार रात कहा, ''All is not well in NDA.'' उनके इस बयान के बाद बीजेपी हरकत में आई. पार्टी के बड़े नेता कुशवाहा से मिलने उनके घर पहुंचे. कुशवाहा का यह बयान बता रहा है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कुशवाहा के बयान के बाद एनडीए में टूट की अटकलें हैं. इससे बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. कहा जा रहा है कि कुशवाहा महुआ विधानसभा सीट को लेकर नाराज हैं. वो महुआ से अपने बेटे को चुनाव लड़वाना चाहते हैं. 

खाली हाथ लौटे बीजेपी के दिग्गज 

उपेंद्र कुशवाहा के सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जताने के बाद मंगलवार रात उन्हें मानने का काम शुरू हुआ. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन देर रात कुशवाहा से मिलने उनके घर पहुंचे. बीजेपी नेताओं ने उन्हें मानने की कोशिश की पर उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. इसके बाद बुधवार सुबह नित्यानंद राय उन्हें केंद्रीय नेताओं से मिलवाने के लिए अपने साथ लेकर पटना से दिल्ली रवाना हुए.

एनडीए में क्यों मचा हुआ है घमासान

उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान से बिहार के सियासी गलियारों में तूफान मचा हुआ है. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया है. बीजेपी के सहयोगी दल मन मुताबिक सीट न मिलने से नाराज हैं. वो अपनी नाराजगी को सार्वजनिक तौर पर जता रहे हैं. दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी एनडीए में मतभेद गहराते जा रहे हैं. इसके बाद से राजनीतिक हलकों में अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या बिहार में एनडीए गठबंधन पूरी तरह टूटने की कगार पर है?

एनडीए की सीट शेयरिंग के तहत जदयू और बीजेपी 101-101 सीट, लोजपा (रा) 29, हम और रालोमो छह-छह सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. इसकी घोषणा के बाद ही कुशवाहा ने अपनी नाराजगी जता दी थी. कुशवाहा ने ट्विट कर कहा था, ''प्रिय मित्रों/साथियों, आप सभी से क्षमा चाहता हूं. आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पाई है. मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा. आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा. परन्तु आप सभी मेरी और पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे. किसी भी निर्णय के पीछे कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो बाहर से दिखती हैं मगर कुछ ऐसी भी होती हैं जो बाहर से नहीं दिखती हैं. हम जानते हैं कि अंदर की परिस्थितियों से अनभिज्ञता के कारण आपके मन में मेरे प्रति गुस्सा भी होगा, जो स्वाभाविक भी है. आपसे विनम्र आग्रह है कि आप गुस्से को शांत होने दीजिए, फिर आप स्वयं महसूस करेंगे कि फैसला कितना उचित है या अनुचित.''

क्या कह रहे हैं उपेंद्र कुशवाहा

उपेंद्र कुशवाहा से जब पूछा गया कि क्या आप नाराज हैं, आपको जो सीट मिली हैं, उससे संतुष्ट नहीं हैं तो उन्होंने कहा कि नाराजगी की बात नहीं है. मैं केवल यही कह सकता हूं, ''All is not well in NDA.''  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुशवाहा को बुधवार को दिल्ली बुलाया है. वो गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं. इस वजह से राष्ट्रीय लोक मोर्चा की पटना स्थित कैंप कार्यालय में दोपहर में होने वाली आपात बैठक स्थगित कर दी गई है.

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