बेंगलुरू महानगर पालिका (Bangalore Metropolitan Municipality) ने निजी सर्वेयर्स को सरकारी अधिकारी का फर्जी ID कार्ड जारी करने का आरोप में तीन रेवेन्यू अधिकारियों को सस्पेंड (Suspend) कर दिया है. कांग्रेस ने गुरुवार को पिछले हफ्ते आरोप लगाए थे कि बेंगलुरू में बीजेपी सरकार ने बड़े पैमाने पर वोटर्स लिस्ट में फर्जीवाड़ा कर षड्यंत्र किया है. कांग्रेस का आरोप है कि अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति और इसी तरह उन वोटर्स का नाम इस साजिश के तहत हटाना था जो बीजेपी को वोट नहीं देते थे.
इसके लिए बीजेपी ने सर्वे करवाया था. बाद में सरकारी अधिकारियों के फर्जी पहचान पत्र बनवाए गए और जीवित लोगों को मृत घोषित कर उनका नाम सूची से हटा दिया गया. इस साजिश में महानगर पालिका बराबर की षड्यंत्रकारी है.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपनी सरकार पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि मामला एक एनजीओ का है जिसने सर्वे किया उसके और नगरपालिका के बीच है. ऐसे में सरकार को बेवजह बदनाम किया जा रहा है. पुलिस ने मामला सामने आने के बाद एनजीओ के संस्थापक और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया था.
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