पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन करते हुए शुक्रवार को कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पहलवान प्रदर्शन कर धरना दे रहे हैं. भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया है. प्रदर्शनकारी पहलवान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम सभी को प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ खड़ा होना चाहिए. वे एक स्वर में बोल रहे हैं. हमारे खिलाड़ी हमारे देश का गौरव हैं. वे चैंपियन हैं. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, चाहे वे किसी भी दल से संबंध रखते हों. न्याय होना चाहिए. सत्य की जीत होनी चाहिए.'' इस बीच, राज्यसभा सदस्य डोला सेन के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शाम को प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की.
पहलवानों से मिलने के बाद सेन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इन खिलाड़ियों के साथ जो हो रहा है वह निंदनीय है. ये खिलाड़ी देश का गौरव हैं. हम यहां उनके साथ एकजुटता दिखाने और उन्हें यह बताने के लिए पहुंचे हैं कि हम इस लड़ाई को मिलकर लड़ेंगे. चिंता की बात यह है कि जब ये लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं, तो ‘मन की बात' और ‘न्याय की बात' करने वाले हमारे प्रधानमंत्री चुप हैं.'' वहीं, दिल्ली पुलिस ने उच्चतम न्यायालय को बताया कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सात महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों पर वह शुक्रवार को ही प्राथमिकी दर्ज करेगी.
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