मंगलवार शाम को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का काफिला बारासात में प्रदर्शनकारियों द्वारा रोक दिया गया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एसआईआर के खिलाफ एक विरोध मार्च में हिस्सा लेकर बनगांव से लौट रही थीं. इसी बीच एक मृतक का परिवार बारासात मेडिकल कॉलेज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा था.
अस्पताल की लापरवाही पर प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने बारासात के जेस्सोर रोड पर सीएम के काफिले को रोक दिया. यह विरोध बारासात मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर के खिलाफ था. एक मृतक के परिवार ने अस्पताल प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दिया था.
सीएम ने दिया जांच और नौकरी का आश्वासन
विरोध के बीच जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का काफिला रुका, तो उन्होंने प्रदर्शनकारियों और मृतक के परिवार से बात की. उन्होंने तुरंत मामले में उचित जांच का आश्वासन दिया. सीएम ने कहा, "अगर यह अपराध सच साबित होता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी." इतना ही नहीं, उन्होंने मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का भी आश्वासन दिया. मृतक की पहचान प्रीतम घोष (34 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बारासात के रेलगेट नंबर 1 के रहने वाले थे. सीएम के आश्वासन के बाद ही विरोध शांत हुआ और काफिला आगे बढ़ सका.














