महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुती गठबंधन की सरकार के मंत्रिमंडल का रविवार को विस्तार किया गया. नागपुर में आयोजित समारोह में 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. भाजपा, एनसीपी (अजित पवार) और शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के कई बड़े नेताओं को मंत्री बनाया गया है.
शपथ लेने वालों में भाजपा के महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के साथ आशीष शेलार, गणेश नाइक, मंगल प्रभात लोढ़ा, पंकजा मुंडे, गिरीश महाजन, राधाकृष्ण विखे पाटिल, चंद्रकांत पाटिल और नितेश राणे शामिल थे.
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट का प्रतिनिधित्व करने वाले शिवसेना नेता शंभूराज देसाई, दादाजी दगडू भुसे, संजय राठौड़, उदय सामंत, गुलाबराव पाटिल और संजय शिरसाट ने भी मंत्री पद की शपथ ली. एनसीपी नेता अदिति तटकरे, धनंजय मुंडे और हसन मुश्रीफ को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.
नागपुर के राजभवन में एक समारोह के दौरान महाराष्ट्र सरकार के नए मंत्रियों ने शपथ ली. महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई.
महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल के विस्तार में प्रदेश भाजपा के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने मंत्री पद की शपथ ली. भाजपा से पंकजा मुंडे, शिवसेना से दादा भुसे और एनसीपी से छगन भुजबल को मंत्री बनाया गया है. भाजपा के गिरीश महाजन, गणेश नाइक, शिवसेना के गुलाबराव पाटिल भी मंत्री बनाए गए हैं. नितेश राणे ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
महाराष्ट्र बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. वे कोथरूड सीट से चुनकर आए हैं. पाटिल पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
बीजेपी के महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कैबिनेट मंत्री बने हैं.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
भाजपा के गिरीश महाजन जामनेर सीट से चुनकर आए हैं. वे सातवीं बार जामनेर से विधायक चुने गए हैं. सन 1995 में वे पहली बार विधायक बने थे. वे 1978 में एबीवीपी के सदस्य बने थे.
भाजपा के गणेश नाइक भी कैबिनेट मंत्री बन गए हैं. वे ऐरोली सीट से जीतकर आए हैं. वे सन 1994 में पहली बार विधायक बने थे. वे महाराष्ट्र सरकार में पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
शिवसेना के गुलाबराव पाटिल कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
शिवसेना के दादाजी भुसे ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली.
संजय राठोड कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
एनसीपी के धनंजय मुंडे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
मंगल प्रभात लोढ़ा कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. वे पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. वे मुंबई की मालाबार हिल सीट से जीतकर आए हैं, लोढ़ा मुंबई भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने संस्कृत में शपथ ली.
उदय सामंत कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
नए मंत्री जयकुमार रावल सींदखेड़ा से जीतकर आए हैं. वे पांचवीं बार विधायक बने हैं. वे पहले भी मंत्री रह चुके हैं. रावल शाही परिवार से आते हैं. वे बीजेपी के उपाध्यक्ष रह चुके हैं.
पंकजा मुंडे कैबिनेट मंत्री बनी हैं. वे सरकार में पहले भी मंत्री रह चुकी हैं. पंकजा बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं.
अतुल सावे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
अशोक उईके कैबिनेट मंत्री बने हैं.
आशीष शेलार कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
शंभूराज शिवाजीराव देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली.
दत्तात्रय विठोबा भरणे को कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया है.
अदिति सुनील तटकरे कैबिनेट मंत्री बनाई गई हैं.
शिवेंद्र राजे भोसले- कैबिनेट मंत्री
माणिकराव कोकाटे - कैबिनेट मंत्री
जयकुमार गोरे- कैबिनेट मंत्री
नरहरि सीताराम जीरवाल- कैबिनेट मंत्री
संजय सावकारे- कैबिनेट मंत्री
भाजपा की माधुरी मिसाल, पंकज भोयर, शिवसेना के आशीष जायसवाल ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली. भाजपा की मेघना बोर्डिकर, एनसीपी के इंद्रनील नाइक, शिवसेना के योगेश कदम,आकाश फुंडकर, एनसीपी के बाबासाहेब पाटिल, शिवसेना के प्रकाश अबितकर ने मंत्री पद की शपथ ली. शिवसेना के संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, भरत गोगावले, एनसीपी के मकरंद जाधव-पाटिल नए मंत्री बने हैं. एनसीपी की अदिति तटकरे, माणिकराव कोकाटे, नरहरि झिरवाल ने मंत्री पद की शपथ ली.
मंत्रिमंडल विस्तार के मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी मौजूद रहे. विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के तीन सप्ताह से अधिक समय बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. उनके निर्वाचन क्षेत्र नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में कई मंत्रियों ने शपथ ली. महाराष्ट्र में अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं.
पांच दिसंबर को सीएम देवेंद्र फडणवीस और उनके दो डिप्टी सीएम ने शपथ ग्रहण की थी. महायुति गठबंधन को पर्याप्त बहुमत होने के बावजूद अपने मंत्रिमंडल की घोषणा में देरी करने के लिए विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ा था.
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 235 सीटों पर जीत दर्ज की थी. भाजपा 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि शिवसेना और एनसीपी को क्रमशः 57 और 41 सीटें मिलीं.