बहराइच हिंसाः सरफराज-तालिब का एनकाउंटर; हालत नाजुक; अखिलेश ने पूछा सवाल, बढ़ा बवाल

पुलिस ने मर्डर में उपयोग किए गए हथियार बरामद कर लिए हैं, बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपियों पर जल्दी रासुका लगाया जाएगा.

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उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को हिंसा हुई थी.
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के मामले में आरोपी सरफराज सहित पांच लोगों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया. नेपाल के रूपैडीहा बॉर्डर के पास गुरुवार को यह एनकाउंटर हुआ. इस मुठभेड़ में सरफराज और तालिम उर्फ़ सबलू गोली लगने से घायल हो गए. सरफराज नेपाल भागने की फिराक में था.

  1. पुलिस ने कहा है कि, जनपद बहराइच के महराजगंज में 13 अक्टूबर को युवक राम गोपाल की गोली मार कर हत्या करने के केस में आज बहराइच पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह आरोपी मोहम्मद फहीन, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजल हैं.  
  2. गिरफ्तार किए गए दो लोगों की निशानदेही पर हत्या में उपयोग किए गए हथियारों की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम उन्हें लेकर गई तो उनके द्वारा वहां रखे गए हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी फायरिंग में सरफराज और तालिम को गोली लगी हैं. दोनों गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उनका उपचार कराया जा रहा है.
  3. पुलिस ने कहा कि, मर्डर में उपयोग किया हथियार बरामद हो गए हैं. सरफराज को बहराइच के नानपारा अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस ने कहा है कि, बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपियों पर जल्दी रासुका लगाया जाएगा. पुलिस ने आज ही सरफराज के करीबी दानिश को भी गिरफ्तार किया था. 
  4. बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि, "...जब पुलिस टीम हत्या के हथियार की बरामदगी के लिए नानपारा क्षेत्र में गई थी तो मोहम्मद सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्मद तालिब उर्फ सबलू ने हत्या के हथियार को लोड करके रखा था, जिसका इस्तेमाल उन्होंने पुलिस पर फायरिंग करने के लिए किया. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों घायल हो गए. उनका इलाज चल रहा है. हमने अन्य तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. सभी 5 को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया है. उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी... अन्य आरोपियों की तलाश जारी है... उनका इलाज चल रहा है और वे जीवित हैं."
  5. एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, योगी सरकार में एनकाउंटर नहीं, हत्याएं हो रही हैं. सरकार बनने पर इसकी जांच कराएंगे. उन्होंने कहा कि, बहराइच की घटना दुखद है. समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि, यह घटना रोकी जा सकती थी. सरकार की मशीनरी पूरी तरह से फेल हु़ई है.
  6. अखिलेश यादव ने कहा कि, बहराइच के पीड़ित परिवार को समाजवादी पार्टी न्याय दिलाएगी. उन्होंने कहा कि, सरकार डिवाइड एंड रूल पर काम कर रही है और नफरत को बढ़ावा दे रही है. योगी सरकार के पहले डीजीपी भी पुलिस के एनकाउंटर पर सवाल उठा चुके हैं. सरकार बदलते ही इसकी जांच होगी. जांच के बाद पुलिस के कई बड़े अधिकारी जेल जाएंगे. उन्होंने कहा कि, 2027 में सपा की सरकार आने पर जनता को बेहतर सुविधाएं देंगे, कानून व्यवस्था सुधरेगी.
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  8. बहराइच हिंसा के दो आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर को यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने बताया फर्जी बताया. उन्होंने कहा कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए यह सरकार फर्जी एनकाउंटर कर रही है. लोगों की हत्याएं करा रही है और फर्जी मुकदमे लगा रही है. सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है. आज का इनकाउंटर भी फर्जी है और इससे पहले जितने हुए सब फर्जी थे. मंगेश यादव से लेकर अजीत प्रताप सिंह तक सब के फर्जी एनकाउंटर किए गए हैं. हमने सपा से यूपी में उपचुनाव में 5 सीटें मांगी हैं. 
  9. बहराइच में रविवार को दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर गोली लगने से 22 साल के युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. पथराव तथा गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद तोड़फोड़ और आगजनी की गई. भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों, वाहनों आदि में आग लगा दी थी. 
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  11. इस घटना के बाद बहराइच पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकियां दर्ज की थीं. पुलिस ने इलाके में छापेमारी कर अब तक 55 से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. बहराइच में रविवार से बंद इंटरनेट सेवा चार दिन बाद आज ही बहाल की गई है. पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने की भी अपील की है. पुलिस ने गलत सूचनाएं या अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. 
  12. अधिकारी हिंसा प्रभावित महाराजगंज कस्बे में शांति बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं. आज सुबह अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने एक वीडियो संदेश और लिखित अपील जारी की. उन्होंने कहा कि,  ‘‘महाराजगंज में 13 अक्टूबर को हुई घटना के संबंध में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. मृतक (राम गोपाल) को करंट लगने, तलवार से हमला करने या नाखून उखाड़ने के दावे निराधार हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि मौत का कारण गोली लगना है. अफवाहों पर ध्यान न दें और गलत सूचना न फैलाएं.''
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