एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में नया मोड़ आया है. एनसीपी नेता की हत्या में शामिल एक आरोपी ने यह स्वीकार कर लिया है कि जब बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची जा रही थी, तब उसने गुजरात की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से बातचीत की थी. मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम ने क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को यह जानकारी दी. गौतम ने अधिकारियों को बताया कि हत्या की योजना बनाने के दौरान उसने लॉरेंस बिश्नोई से बातचीत की थी, जो गुजरात की जेल में बंद है. शूटर ने बताया कि इस दौरान लॉरेंस बिश्नोई ने शूटर को हत्या के बाद पुलिस से डरने की जरूरत नहीं होने का आश्वासन दिया था. बिश्नोई ने गौतम से कहा था कि अगर वह पकड़ा जाता है, तो भी वह घबराए नहीं, उसे जेल से कुछ ही दिनों में बाहर निकाल लिया जाएगा.
12 लाख रुपये देने का वादा किया
शूटर गौतम ने आगे बताया कि बिश्नोई ने हत्या के लिए उसे 12 लाख रुपये देने का वादा किया था. इसके अलावा, उसे जेल से बाहर आने के बाद विदेश भेजने की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया था. गौतम की मानें तो लॉरेंस बिश्नोई ने उसे यह भी बताया कि उसके पास वकीलों की एक टीम है, जो उसकी गिरफ्तारी के बाद कुछ ही दिनों में रिहा करवा सकती है.
यह पहली बार है जब लॉरेंस बिश्नोई का नाम बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में सामने आया है. इससे पहले इस मामले में बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का नाम भी सामने आ चुका था. अनमोल का नाम हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में जांच में आया था, लेकिन अब लॉरेंस बिश्नोई का नाम भी इस मामले में जुड़ने से पुलिस जांच में नया मोड़ आ गया है.
बता दें कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा में उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है. गैंग का कहना है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या अभिनेता सलमान खान से उनके करीबी संबंधों के कारण की गई.
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