अतीक अहमद को राजू पाल की हत्या के बाद पुलिस ने कैसे पकड़ा? जानें पूरा मामला

25 जनवरी, 2005 को इलाहाबाद पश्चिमी से बसपा विधायक रहे राजू पाल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना में देवी पाल व संदीप यादव की भी मौत हो गई थी.

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अतीक अहमद की पहली बार गिरफ्तार होने के बाद की तस्वीर.

नई दिल्ली:

बसपा विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के बाद पहली बार 2008 में अतीक अहमद दिल्ली में पकड़ा गया था. तब उस पर यूपी पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा हुआ था. उस वक्त अतीक अहमद सांसद था और राजूपाल हत्याकांड समेत कई मामलों में वांटेड चल रहा था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अतीक को पीतमपुरा इलाके से गिरफ्तार किया था. उस वक्त वो पीतमपुरा के गालिब अपार्टमेंट में रुका था.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 31 दिसंबर 2008 की शाम 4 बजे अतीक अहमद को ट्रेप लगाकर ग़ालिब अपार्टमेंट के बाहर से उसकी होंडा सिटी कार से गिरफ्तार किया था. तस्वीर में गिरफ्तारी के बाद अतीक अहमद स्पेशल सेल की टीम के साथ कस्टडी में खड़ा नजर आ रहा है.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक राजू पाल हत्याकांड के बाद यूपी समेत कई राज्यों की पुलिस तत्कालीन सांसद वांटेड अतीक अहदम की तलाश कर रही थी. तभी स्पेशल सेल अतीक के एक शूटर के फोन को इंटरसेप्ट कर रही थी, जिससे पता चला कि अतीक दिल्ली में छुपा हुआ है. उधर उसके नार्थ एवेन्यू स्थित सरकारी बंगले पर पुलिस की पैनी नजर थी.

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सबसे पहले इनपुट्स मिले कि अतीक जामा मस्जिद इलाके में अपने कुछ मददगारों के यहां शरण लिए हुए है, लेकिन जब तक पुलिस वहां पहुंचती उसने अपना ठिकाना बदल लिया था.

इसके बाद 31 दिसम्बर 2008 को स्पेशल सेल को जानकारी मिली कि अतीक दिल्ली के पीतमपुरा के ग़ालिब अपार्टमेंट्स में दिल्ली के सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर के घर आया हुआ है. इसके बाद स्पेशल सेल की करीब 10 लोगों की टीम ने हर तरफ से गालिब अपार्टमेंट को घेर लिया और जैसे ही अतीक करीब 4 बजे इस अपार्टमेंट से बाहर आकर अपने ड्राइवर के साथ कार में बैठकर रवाना होने लगा, पीछे से उस वक्त के इंस्पेक्टर गोविंद शर्मा, इंस्पेक्टर सुभाष वत्स और सब इंस्पेक्टर विनय त्यागी की टीम ने अपनी कार उसके पीछे लगाई और फिर बाकी टीम ने कवर अप किया. जैसे ही दिल्ली पुलिस की टीम ने अतीक की कार में घुसकर उसके कनपटी पर पिस्टल लगाई, बताते हैं कि अतीक ने डर के मारे पेशाब कर दिया था.

इसके बाद उसे लोधी कॉलोनी स्थित स्पेशल सेल के दफ्तर लेकर आया गया. एक रात अतीक ने उस वक्त तिहाड़ जेल में भी काटी थी. अतीक के खिलाफ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी थाने में एक शख्स की कोठी कब्जा करने का भी एक मुकदमा दर्ज है. अतीक राजू पाल हत्याकांड के दौरान मुंबई के मीराबाग में छुपा हुआ था.

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