इस बार रिसॉर्ट पॉलिटिक्स और हॉर्स ट्रेडिंग नहीं होगी: एग्जिट पोल के नतीजों पर बोले कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार

कांग्रेस पार्टी के 'संकटमोचक' कहे जाने वाले और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, "हॉर्स ट्रेडिंग एक अफवाह है. कांग्रेस नेताओं को भरोसा है कि हमारे सभी विधायक वफादार हैं. उन्होंने बीजेपी का 'ऑपरेशन लोटस' देखा है. यह सफल नहीं होगा."

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कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कांग्रेस नेताओं की खरीद-फरोख्त से किया इनकार.
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  • 5 में से 2 राज्यों में बीजेपी की सरकार बनने के आसार
  • एग्जिट पोल के नतीजे में तेलंगाना में KCR के लिए झटका
  • कांग्रेस के छत्तीसगढ़ में पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान
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बेंगलुरु:

पांच राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम चुनाव बाद एग्जिट पोल (Assembly Elections 2023 Exit Poll) के नतीजे 30 नवंबर (गुरुवार) को सामने आ गए. एग्जिट पोल के मुताबिक, राजस्थान-मध्य प्रदेश में बीजेपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस (Congress) की सरकार बनती दिख रही है. जबकि मिजोरम में हंग असेंबली के आसार हैं. इनमें से मिजोरम को छोड़कर बाकी चारों राज्यों में वोटों की गिनती (Assembly Elections Result 2023) 3 दिसंबर को होगी. मिजोरम चुनाव के नतीजे 4 दिसंबर को आएंगे. एग्जिट पोल के नतीजे के आधार पर बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां एक्टिव हो गई हैं. विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग (Poaching) और रिसॉर्ट पॉलिटिक्स की भी चर्चा शुरू हो गई है. इस बीच कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने कहा कि किसी भी कांग्रेस नेता को इसबार खरीदा नहीं जा सकता है.

कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शुक्रवार को NDTV से कहा, "किसी भी कांग्रेस नेता की हॉर्स ट्रेडिंग नहीं हो सकेगी. इस बार कोई रिसॉर्ट पॉलिटिक्स नहीं होगी और न ही किसी कांग्रेस विधायक या नेता को खरीदा जा सकता है."

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दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद है. 6 में से 3 एग्जिट पोल ने कांग्रेस को मामूली बढ़त दी है, लेकिन सरकार बीजेपी की बनती दिख रही है. इससे 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स' की चर्चा शुरू हो गई है. जिसमें राजनीतिक दल विधायकों को लक्जरी रिसॉर्ट या होटलों में रखते हैं. उन्हें प्रतिद्वंद्वी संगठनों में शामिल होने से रोकने के लिए 24x7 उनकी निगरानी की जाती है.

रिपोर्टों से पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों को कर्नाटक भेजेगी. ऐसा माना जाता है कि इस राज्य में बीजेपी को चुनौती देने के लिए पर्याप्त लोग हैं और जो करीब दो दशकों से हावी हैं.

कर्नाटक में इस साल मई में चुनाव हुए थे. कांग्रेस ने बीजेपी को करारी शिकस्त देते हुए यहां सरकार बनाई है. कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की शानदार जीत में डीके शिवकुमार की अहम भूमिका थी. उन्होंने NDTV से कहा, "हमारे राष्ट्रीय और राज्य नेता आश्वस्त हैं. किसी भी कांग्रेस विधायक को खरीदा नहीं जा सकता." उन्होंने कहा कि 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स' की बात करने वालों से सही तरीके से निपटा जाएगा.

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डीके शिवकुमार ने कहा, "हॉर्स ट्रेडिंग एक अफवाह है. कांग्रेस नेताओं को भरोसा है कि हमारे सभी विधायक वफादार हैं. उन्होंने बीजेपी का 'ऑपरेशन लोटस' देखा है. यह सफल नहीं होगा."

शिवकुमार ने कहा, "मेरे सोर्सेज ने बताया है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) पहले ही कई कांग्रेस नेताओं से संपर्क कर चुके हैं. लेकिन यकीन मानिए कोई खरीद-फरोख्त नहीं होगी."

हालांकि, शिवकुमार एग्जिट पोल पर यकीन नहीं करते. उन्होंने कहा, "निजी तौर पर मैं एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं करता हूं. यह मेरी निजी राय है. जब मैं अपना सर्वे करता हूं, तो मैं एक लाख से ज्यादा का सैंपल साइज लेता हूं. मीडिया अपने एग्जिट पोल में 5000-6000 का सैंपल साइज लेता है... "

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शिवकुमार ने कहा, "लेकिन मैं देख सकता हूं कि तेलंगाना और अन्य राज्यों में एक बड़ी लहर है. लोग बदलाव चाहते हैं... वे चाहते हैं कि कांग्रेस मध्य प्रदेश और तेलंगाना में सत्ता में आए. मुझे उम्मीद है कि ऐसा होगा."

तेलंगाना में कांग्रेस को व्यापक रूप से केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) को हराने की उम्मीद है. 2014 में राज्य के गठन के बाद से केसीआर की पार्टी की ही सरकार रही है. एग्जिट पोल से संकेत मिलता है कि 119 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को कम से कम 62 सीटें मिलेंगी. BRS के हिस्से में 44 सीटें आने का अनुमान है.

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