रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में नए पंबन ब्रिज की कुछ खास तस्वीरें शेयर की हैं. यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल है, जो मौजूदा 105 साल पुराने पुल की जगह लेगा. अश्विनी वैष्णव ने पंबन ब्रिज की शानदार तस्वीरें शेयर करते हुए इसकी खूबियां भी बताई हैं. नया पंबन ब्रिज मंडपम को पंबन से जोड़ता है. इससे रामेश्वरम धाम जाने वाले श्रद्धालु आसानी से पहुंच सकते हैं.
रेल मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पंबन ब्रिज की तस्वीरें शेयर करते हुए एक पोस्ट लिखा है. वैष्णव ने बताया कि नया पंबन ब्रिज 2.05 किलोमीटर लंबा 72 मीटर वर्टिकल लिफ्ट स्पैन वाला ब्रिज है. यह देश में अपनी तरह का पहला ब्रिज है. इस स्टील ब्रिज का डिजाइन TYPSA इंटरनेशनल कंसल्टेंट ने तैयार किया है. इसके डिजाइन में यूरोपीय और भारतीय कोड का इस्तेमाल किया गया है.
इंटरनेट और सोशल मीडिया पर नए कानून बनाना बेहद ज़रूरी : अश्विनी वैष्णव के बयान पर पवन दुग्गल
रेलमंत्री ने बताया कि पुल के डिजाइन की IIT चेन्नई ने जांच की है. इसके अलावा रेलवे ने IIT मुंबई से भी अतिरिक्त प्रूफ जांच कराई है.
अश्विनी वैष्णव ने रामेश्वरम में बने पंबन ब्रिज को 'एक आधुनिक इंजीनियरिंग चमत्कार' बताया है. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट एक महत्वपूर्ण अपग्रेडेशन है, जिसे रफ्तार, सुरक्षा और इनोवेशन के लिए किया गया है. रेलमंत्री ने पंबन ब्रिज का नाइट व्यू भी शेयर किया है.
"AI और 5जी को अपनाइए...", युवा फ़िल्मकारों को IB मंत्री अश्विनी वैष्णव की सलाह
1914 से चालू पुराने पंबन रेलवे ब्रिज का जिक्र करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जंग लगने के कारण इसे दिसंबर 2022 में बंद कर दिया गया था. उन्होंने बताया, "1914 में निर्मित ओल्ड पंबन रेल ब्रिज 105 साल तक पंबन द्वीप को रामेश्वरम से जोड़ता रहा. जंग लगने की वजह से इसे दिसंबर 2022 में बंद कर दिया गया. अब नया ब्रिज कनेक्टिविटी के एक नए युग का प्रतीक है."
इस ब्रिज पर ट्रेन 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ेगी. इस ब्रिज पर दो रेल पटरियां बिछाई गई हैं. ट्रेन ट्रैफिक न होने पर ब्रिज के स्लैब को ऊपर उठाकर नीचे से जहाज़ों की आवाजाही की जा सकती है. नए पंबन ब्रिज पर ओएचई यानी ओवर हेड इक्विमेंट का सफल परीक्षण हुआ है. इस ब्रिज का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड ने किया है.
रेलवे ने पिछले 10 साल में 5 लाख कर्मचारियों की भर्ती की : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
अपने एक और पोस्ट में रेल मंत्री ने पुराने और नए ब्रिज के बीच तुलना की है. उन्होंने कहा कि पुराने पुल में मैनुअल शेज़र लिफ्ट स्पैन, सिंगल ट्रैक और 19 मीटर की एयर क्लीयरेंस के साथ कम गति वाली ट्रेनों तक सीमित था. जबकि नए ब्रिज में ऑटोमेटेड वर्टिकल लिफ्ट स्पैन 22-मीटर का सेफ एग्जिट भी देता है. साथ ही इसके डबल ट्रैक और इलेक्ट्रिफिकेशन को सपोर्ट करता है. इसे खासतौर पर हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए डिज़ाइन किया गया है.
रेल मंत्री ने कहा, "इस ब्रिज का उद्घाटन जल्द ही होने की उम्मीद है. मन्नार की खाड़ी के लुभावने नजारें दिखाते हुए ट्रेनें अब इस समुद्री पुल पर दौड़ेंगी."
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2481 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन को दी मंजूरी