अशोक गहलोत लड़ सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव, लेकिन...

अशोक गहलोत के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं, लेकिन वह अभी भी राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख के तौर पर वापसी के लिए मान जाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins

सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ही पार्टी के शीर्ष पद के लिए मुख्यमंत्री गहलोत की पहली पसंद हैं. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए गुरुवार से नामांकन शुरू होगा. संभावना है कि इस पद के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर नामांकन दाखिल करेंगे. माना जा रहा है कि शशि थरूर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस बावत अनापत्ति मिल गई है. दूसरी तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस पद के लिए उनके प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन वह कथित तौर पर फिलहाल मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं.

अशोक गहलोत के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए अगले सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं, लेकिन वह अभी भी राहुल गांधी को पार्टी प्रमुख के तौर पर वापसी के लिए मान जाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं.

सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ही पार्टी के शीर्ष पद के लिए मुख्यमंत्री गहलोत की पहली पसंद हैं. सूत्रों का कहना है कि वह अपना नामांकन दाखिल करने से पहले  "राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं."

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में हो सकता है शशि थरूर और अशोक गहलोत में मुकाबला : 10 बातें

सूत्रों के मुताबिक, गहलोत, जो गांधी परिवार के कट्टर वफादार रहे हैं, को सोनिया गांधी द्वारा बार-बार पार्टी की कमान संभालने के लिए कहा गया है, लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ने और प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट को राजस्थान की सत्ता मिल जाने की चिंता है.

सचिन पायलट के आज सुबह दिल्ली पहुंचने से अटकलें का बाजार और गरम हो गया है कि राजस्थान में सत्ता स्थानांतरण अब तय है.

रवीश कुमार का प्राइम टाइम : भारत जोड़ो यात्रा पर निकली कांग्रेस, कांग्रेस छोड़ो रणनीति पर लगी है बीजेपी

लेकिन गहलोत, जो एक शक्तिशाली नेता हैं और जिन्होंने अतीत में जब भी सचिन पायलट ने बड़ी भूमिका की मांग की है, प्रबल तरीके से उनके खिलाफ मुखर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अपने एक वफादार को प्रतिनिधि के रूप में चाहते हैं. अगर ऐसा नहीं हो सकता है, तो वह कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करके दोनों भूमिकाओं को निभाने पर जोर दे सकते हैं.

Advertisement

हालांकि, कांग्रेस के एक धड़े का मानना ​​है कि राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए.

बहरहाल, ऐसा लगता है कि 20 से अधिक वर्षों में पहली बार कोई गैर-गांधी अध्यक्ष हो सकता है. 30 सितंबर तक नामांकन स्वीकार होने के बाद जरूरत पड़ने पर कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा. इसके परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

Advertisement