गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ेगी ओवैसी की पार्टी AIMIM, 10% मुस्लिम वोट और इन 25 सीटों पर होगी नजर

गुजरात के 182 विधानसभा सीटों में 25 सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम मतदाता किसी भी राजनीतिक पार्टी का खेल बनाने या बिगाड़ने की ताकत रखते हैं.

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एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)
कच्छ (गुजरात):

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद और सूरत में नगर निगम चुनावों के बाद से एआईएमआईएम विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. गुजरात के भुज में पीसी के दौरान ओवैसी ने कहा, " हम गुजरात विधानसभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ेंगे. हालांकि, हमने अभी ये तय नहीं किया है कि कितनी सीटों पर लड़ना है. मेरा मानना है कि एआईएमआईएम गुजरात प्रमुख साबिर काबलीवाला इस संबंध में सही निर्णय लेंगे."

मुस्लिम मतदाताओं का खासा प्रभाव

हैदराबाद के सांसद ने कहा कि वे पार्टी को मजबूत करने के इरादे से गुजरात आए हैं. उन्होंने कहा, "हमारा उम्मीदवार भी भुज से खड़ा होगा." बता दें कि राज्य के 182 विधानसभा सीटों में 25 सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम मतदाता किसी भी राजनीतिक पार्टी का खेल बनाने या बिगाड़ने की ताकत रखते हैं. अहमदाबाद, पंचमहल, खेड़ा, आनंद, भरूच, साबरकांठा, जामनगर, जूनागढ़, नवासारी इलाकों में मुस्लिम मतदाताओं का खासा प्रभाव है.

गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में 2021 के फरवरी में हुए सूरत नगर निगम में 27 सीटें जीनते के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप भी गुजरात विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने को तैयार है. 

सांप्रदायिक झड़पों को लेकर केंद्र पर निशाना

बता दें कि पीसी में चुनाव लड़ने की जानकारी देने के साथ ही ओवैसी ने रांची में हुई सांप्रदायिक झड़पों को लेकर केंद्र पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा, "लोकतंत्र के लिए यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि कोई हिंसा न हो और इसे रोकना सरकार का कर्तव्य है. रांची में लोगों पर गोलीबारी हुई. ऐसा नहीं होना चाहिए था. इस तरह की टिप्पणियों के लिए नूपुर शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और कानून अपना काम करेगा. हमें उनकी माफी की जरूरत नहीं है."

बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को अपने राज्य में सभी से भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी से निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल की हालिया विवादास्पद टिप्पणी को लेकर राजधानी रांची में हुई झड़पों के बीच आंदोलन से दूर रहने का आग्रह किया. रांची के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा को देखते हुए जिला प्रशासन ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत कर्फ्यू लगा दिया है.

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