कोविड हालातों को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किया है. केंद्र सरकार को अब तक की सबसे अवैज्ञानिक सरकार करार देते हुए ओवैसी ने कहा कि पहली लहर के बाद सरकार ने जीत का ऐलान कर दिया और खुद से ही खुद को शाबाशी दे दी. उन्होंने कहा कि अब दूसरी लहर के कहर को देखकर सरकार कुछ भी बोलने से कतरा रही है. उनके अपने वैज्ञानिक सलाहकार तीसरी लहर को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार के आदेश पर वैज्ञानिक अपनी स्थिति को बदल रहे हैं. ओवैसी की यह प्रतिक्रिया केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन के उस बयान पर आई है जहां उन्होंने तीसरी लहर की आशंका को व्यक्त किया है.
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इसके बाद उन्होंने अगले ट्वीट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नेशनल टास्क फोर्स गठित करने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर दूसरी लहर के लिए सरकार तैयार रहती और उसका रवैया लापरवाही भरा नहीं होता तो इसकी जरूरत ही नहीं पड़ती. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह कदम दर्शाता है कि सरकार किस तरह संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता को खंडित करने की कोशिश कर रही है. यह एक तरह कार्यकारी के क्षेत्र में न्यायलय का हस्तक्षेप है.
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बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने शनिवार को एक नेशनल टॉस्क फोर्स (National Task Force) का गठन किया है. जोकि देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और आपूर्ति का आकलन और सिफारिश करेगी. टॉस्क फोर्स में 12 सदस्य होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि टास्क फोर्स अभी और भविष्य के लिए पारदर्शी और पेशेवर आधार पर महामारी की चुनौतियों का सामना करने के लिए इनपुट और रणनीति प्रदान करेगी. दिल्ली, कर्नाटक समेत कई राज्य ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर शिकायत कर रहे हैं.