पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की टिप्पणी के मामले पर इस्लामिक देशों द्वारा विरोध दर्ज किया जा रहा है. वहीं इस मामले में भाजपा ने राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया है, जबकि दिल्ली मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी निष्कासित कर दिया है. वहीं विपक्षी दल दोनों नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई को दिखावा करार दे रहे हैं. साथ ही लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
इस मामले पर एआईएमआईएस (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा है कि ये कार्रवाई आंखों में धूल जोड़ने के बराबर है. 10 दिन के बाद सरकार जागती है तो इसमें इनकी नेक नियत नहीं है. मुझे इस बात की तकलीफ है कि प्रधानमंत्री को भारत के मुसलमानों की तकलीफ सुनने की आदत नहीं है. हम दस दिन से कह रहे हैं . लेकिन जब दूसे गल्फ देशों ने इसका विरोध जताया तो दिखावे के लिए उनको सस्पेंड किया गया.
ओवैसी ने नुपुर शर्मा को लेकर कहा कि अगर कोई ऐसी बातें कर रहा है तो उस पर केस दर्ज किया जाना चाहिए था. अगर कोई पोस्ट प्रधानमंत्री के बारे में अनाप-शनाप लिख दे तो 24 घंटे में गिरफ्तार करके उसे जेल भेज दिया जाता है. यहां पर तो खुले तरीके से इस तरह की वाहियात बातें कही गई हैं. मैं बिल्कुल इस कार्रवाई को काफी नहीं मानता हूं. बल्कि, ये तो सब एक ड्रामा है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां किसी भी तरह से सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती हैं. इस मामले में कतर में भारतीय राजनयिक को तलब भी किया गया था. इस पर भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने कहा था कि ये टिप्पणियां किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती हैं. भारत ने रविवार को कतर को बताया कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ विवादित टिप्पणी भारत सरकार के नहीं बल्कि अराजक तत्वों के विचार हैं. इस पर ओवैसी ने कहा कि वे कैसे कह सकते हैं कि ये अराजक तत्व हैं? यह भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.
उन्होंने कहा कि कार्रवाई की तारीफ उस वक्त होगी, जब आप कानून का इस्तेमाल करेंगे. केस क्यों नहीं दर्ज किया जा रहा है. इस पर एक्शन लिया जाना चाहिए. बीजेपी खुद बचा रही है. बीजेपी यही चाहती है कि देश में नफरत का माहौल चलता रहे. प्रधानमंत्री जब बाहर जाएंगे तो मोहब्बत की बात करेंगे.
देश में संविधान के खिलाफ बात होगी और प्रधानमंत्री बाहर जाएंगे तो संविधान की तारीफ करेंगे तो ऐसा तो नहीं हो सकता ना. सऊदी अरब भारत के लिए पेट्रोल की प्राइस बढ़ा देता है पर अमेरिका के लिए नहीं बढ़ता. यह किस तरह की विदेश पॉलिसी है. उन्होंने कानपुर में हुई हिंसा को लेकर कहा कि अगर सरकार ऐक्शन ले लेती तो कानपुर का दंगा नहीं होता.
बता दें कि भाजपा नेता नूपुर शर्मा ने अपनी तरफ से इस मामले में एक सफाई दी है और ये कहा है कि टीवी डिबेट्स पर जब भगवान शिव का लगातार अनादर किया जा रहा था. शिवलिंग का मजाक बनाया जा रहा था तो उन्हें भी गुस्सा आया. इस पर ओवैसी ने कहा कि अगर ये हो रहा होता तो इसकी कंप्लेन करनी चाहिए थी. बल्कि जिस शख्स ने नुपुर शर्मा को धमकी दिया था, उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए थी. इन सारी चीजों पर नुपुर शर्मा खुद कंप्लेन कर सकती थीं.
ये भी पढ़ें -
- रामपुर से सपा प्रत्याशी बदला, तंजीन फातिमा की जगह आजम खान ने किया आसिम रजा के नाम का ऐलान
- पैगंबर विवाद में इस्लामी मुल्कों के समूह की टिप्पणी 'अवांछित' तथा 'संकीर्ण मानसिकता वाली' : भारत
- सलमान खान को धमकी मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से दिल्ली में पूछताछ, पिता से मिले ज्वाइंट सीपी
ये भी देखें-राजस्थान में दिलचस्प हुआ राज्यसभा चुनाव, जीत का गणित लगाने में जुटी कांग्रेस और बीजेपी