बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के एक कार्यक्रम में नालंदा विश्वविद्यालय को लेकर केंद्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उदासीन रवैये का आरोप लगाया. नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "जब तक ये रहेंगे, तब तक तो कोई उम्मीद नहीं ही है. लेकिन जब इनसे मुक्ति मिलेगी, तो नालंदा विश्वविद्यालय बहुत अच्छा ही बनेगा, जैसा हम चाहते थे."
नीतीश कुमार ने कहा कि दुनिया के अनेक देश के लोग नालंदा विश्वविद्यालय में आकर पढ़ते थे. इसीलिए हमने एक बार फिर से इसे सामान्य के लिए नहीं, बल्कि विशेष पढ़ाई के लिए बनवाया. साथ ही उससे जुड़े आसपास के गांव में लोगों की सुविधा के लिए तमाम इंतजाम कर रहे थे, सब चल रहा था.
दंत अस्पताल के उद्घाटन के कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने बिहार के राजनीतिक भविष्य को ओर भी इशारा किया. उन्होंने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर कहा कि जो बाकी भी कुछ काम होगा, आगे भी तेजस्वी यादव उसे पूरा करते रहेंगे और करवाते रहेंगे. कोई दिक़्कत नहीं आएगी.
मुख्यमंत्री ने विरोधियों की चाल को लेकर अपने समर्थकों को आगाह करते हुए कहा कि अगर आपस में लोग झंझट कराना चाहें, तो उनकी बात में आकर झंझट मत कीजिएगा. आपस में एकजुटता रखना है. सबको एक साथ मिलकर काम करना है और कहीं कोई आपस में विवाद नहीं करना है.