दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली विधानसभा में केंद्र सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि, सेवा मामलों पर अध्यादेश इसलिए लाया गया, क्योंकि धनबल और ईडी तथा सीबीआई का डर दिल्ली में कारगर नहीं रहा. भाजपा ने धनबल और ईडी तथा सीबीआई का डर दिखाकर सरकारें गिराईं, ये सभी चीजें दिल्ली में विफल रहीं.
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि, ''अगर मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन आज भाजपा में शामिल हो जाएं, तो उन्हें जमानत मिल जाएगी, लेकिन वे झुकने को तैयार नहीं हैं.'' केजरीवाल ने कहा कि, ''दिल्ली पहले सीएनजी घोटाले, सीडब्ल्यूजी घोटाले के लिए जानी जाती थी, लेकिन अब लोग यहां मोहल्ला क्लीनिक, स्कूल, अस्पताल के बारे में बात करते हैं.''
मुख्यमंत्री ने कहा कि, ''केंद्र सरकार पहले अध्यादेश, फिर एक बिल लेकर आई. उन्होंने कहा कि, 2013 का साल था, अगले साल 2014 में लोकसभा के चुनाव होने थे, कांग्रेस के प्रति निगेटिविटी थी, मोदी लहर थी. अचानक 4 दिसंबर 2013 को दिल्ली के चुनाव हुए और एक नई पार्टी, जिसके पास पैसे नहीं थे, संसाधन नहीं थे, 28 सीटों पर आ गई. पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई कि 'आप' (AAP) कहां से आ गई. हमारी सरकार 49 दिन ही चली लेकिन आज तक उस 49 दिन को लोग याद करते हैं. हमने 32 अधिकारियों को जेल भेजा. लोगों ने कभी ऐसी सरकार देखी नहीं थी. महिला सुरक्षा के केस आए तो मैं खुद हर जगह गया. बिजली के रेट आधे हो गए, पानी फ्री हो गया.''
उन्होंने कहा कि, ''फरवरी 2015 में दिल्ली में चुनाव हुए और 70 में से 67 सीटें AAP को मिलीं, भाजपी तीन सीटों पर सिमट गई. उस आदमी का रथ और घोड़ा दिल्ली वालों ने रोक दिया जो हर राज्य जीतता जा रहा था. इन्हें उम्मीद थी कि आम आदमी पार्टी खत्म हो जाएगी. अमित शाह के इंटरव्यू में तब पूछा गया था कि केजरीवाल के साथ डिबेट करेंगे, तो उन्होंने कहा था कि 16 मई के बाद अगर अरविंद केजरीवाल राजनीति में रहे तो मैं करूंगा. पूरा तंत्र लग गया, लेकिन जनता ने हमें भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दी.''
केजरीवाल ने कहा कि, ''अरुणाचल, पुदुचेरी, एमपी, गुजरात, सब सरकारें गिरा दीं, फिर दिल्ली पहुंचे. दिल्ली वाले नहीं बिके फिर ईडी, सीबीआई भेजी. महाराष्ट्र में जो भाजपा में जा रहे हैं सबकी बेल हो रही है. आज सत्येन्द्र जैन और मनीष अगर भाजपा में चले जाएं तो उनकी भी बेल हो जाएगी. दिल्ली में न इनका रथ चला न ED, CBI, फिर इन्हें यह बिल लेकर आना पड़ा.''
केजरीवाल ने कहा कि, ''सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद दिल्ली के हक में फ़ैसला दिया, लेकिन अध्यादेश से उसे पलट दिया गया. प्रधानमंत्री जो रथ लेकर चले हैं उसमें तीन घोड़े हैं- ईडी, सीबीआई और कैश.''
उन्होंने कहा कि, ''2015 में हमारी सरकार बनने के बाद गृह मंत्रालय ने आदेश पारित किया कि एंटी करप्शन ब्रांच और सर्विसेज दिल्ली सरकार के पास नहीं रहेगी. जो निकम्मे, भ्रष्ट और गंदे अधिकारी हैं उन्हें अच्छी पोस्ट दे रहे हैं. अस्पतालों से डॉक्टरों को निकाल दिया, जल बोर्ड का पेमेंट रोक दिया, ओल्ड एज पेंशन रोक दी.''
केजरीवाल ने कहा कि, ''दिल्ली वाले हमें बहुत प्यार करते हैं इसलिए प्रधानमंत्री डरते हैं. दिल्ली पहले घोटाले से जानी जाती थी, अब दिल्ली वाले काम से जाने जाते हैं. पिछले आठ साल ने दिल्ली वालों ने इज्जत कमाई है. सबसे ज्यादा काम का नोबेल प्राइज होता तो दिल्ली की जनता को मिलता.''
केजरीवाल के भाषण के बाद दिल्ली विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई.