दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) को शराब नीति (Delhi Liquor Policy Case) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 15 अप्रैल तक राजधानी की तिहाड़ जेल (Tihar Jail) भेज दिया गया है. यह तीसरी बार है, जब इस हाई सिक्योरिटी जेल में केजरीवाल को भेजा गया है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल को दो बार गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया था. पहला मामला 2012 में अन्ना हजारे (Anna Hazare) के नेतृत्व वाले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान था, दूसरा मामला 2014 में नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) द्वारा दायर मानहानि मामले में था.
इस बार केजरीवाल को मुख्यमंत्री रहते हुए जेल में डाला गया है, जिससे जेल अधिकारियों को उनकी कोठरी के आसपास सुरक्षा बढ़ाने के लिए मजबूर किया है. केजरीवाल तिहाड़ की जेल नंबर 2 में हैं, उनके साथी और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया जेल नंबर 1 में, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन जेल नंबर 7 में और राज्यसभा सांसद संजय सिंह जेल नंबर 5 में हैं.
तिहाड़ जेल के सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल आज सुबह जल्दी उठ गए और उन्हें लगभग 6.40 बजे नाश्ता दिया गया, इसमें चाय और ब्रेड शामिल था. आपातकालीन स्थिति के लिए डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी 24/7 उपलब्ध हैं. डायबिटिक केजरीवाल की जेल में नियमित जांच होगी. कोर्ट द्वारा केजरीवाल को उनके ब्लड शुगर के स्तर में गिरावट की स्थिति में कुछ टॉफ़ी ले जाने की भी अनुमति दी गई है.
तिहाड़ के सूत्रों ने कहा, "अरविंद केजरीवाल अपने बिस्तर पर सोते थे, जो जेल अधिकारियों द्वारा प्रदान किए गए नियमित बिस्तर से अलग था. कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम को देखते हुए उन्होंने अपने बिस्तर की चादर का इस्तेमाल किया, जिससे उन्हें गंभीर एलर्जी का खतरा था." केजरीवाल को अदालत के आदेश के अनुसार, पत्रकार नीरजा चौधरी की पुस्तक हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड, रामायण, श्रीमद्भगवद गीता की प्रतियां प्रदान की गई हैं. उन्हें सेल में एक कुर्सी और एक टेबल रखने की भी इजाजत दी गई है.
आम आदमी पार्टी प्रमुख को 21 मार्च को दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. आप ने कहा है कि नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा, भले ही इसके लिए केजरीवाल जेल से मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करें.
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