स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (State Special Operation Cell) मोहाली ने AGTF और फरीदकोट पुलिस के साथ एक संयुक्त ऑपरेशन में अर्शदीप डाला के दो प्रमुख गुर्गों को गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला है कि आरोपियों ने अर्श डाला के कहने पर ही 6 नवंबर 2024 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जसवंत सिंह गिल की हत्या की थी. हत्या के बाद ये पंजाब लौट आए थे. जहां उन्हें खरड़ के पास पकड़ लिया गया. उनकी गिरफ्तारी से टारगेट किलिंग के कई मामलों को रोकने में सफलता हासिल हुई है. इनके पास से दो अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए हैं.
6 नवंबर को ग्वालियर में दोनों आरोपियों ने जसवंत सिंह गिल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. गिल 2016 में हुई एक हत्या के मामले में सजा काट रहा था. लेकिन पैरोल पर बाहर था. इससे पहले सिख कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह हरि नौ की पिछले साल अक्टूबर में फरीदकोट में चार गैंगस्टरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों अनमोलप्रीत सिंह और नवजोत सिंह ने कनाडा स्थित भारत के मोस्ट वांटेड अर्शदीप डाला के कहने पर हत्या को अंजाम दिया था.
पंजाब पुलिस गगनदीप सिंह हरी नौ की हत्या में अमृतपाल सिंह की भूमिका की भी जांच कर रही है. सिंह पिछले मार्च से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं.
जनवरी 2023 में गृह मंत्रालय ने अर्शदीप डाला को आतंकवादी की सूची में डाला था. कनाडा में मारा गया आतंकी और केटीएफ प्रमुख हरदीप निज्जर अर्शदीप डाला को निर्देश देता था.
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