पाकिस्तान और चीन को लेकर आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे (India China Border) ने बड़ा बयान दिया है. आर्मी चीफ का कहना है कि चीन से लगी सीमा पर हालात स्थिर और सेंसिटिव हैं. उन्होंने कहा कि हर लेवल पर बात हो रही है. पाकिस्तान से लगी सीमा पर घुसपैठ की कोशिश जारी है. रजौरी पूंछ में हाल की घटनाओं के पीछे भी उन्होंने घुसपैठ को ही जिम्मेदार ठहराया. सेना प्रमुख ने कहा कि सेना एलओसी पर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं, जम्मू-कश्मीर के भीतरी इलाकों में हिंसा में काफी गिरावट आई है.
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मणिपुर के जरिए घुसपैठ की कोशिश
आर्मी चीफ ने कहा कि म्यांमार बॉर्डर के हालात को लेकर वह चिंतित हैं लेकिन हालात पर बहुत ही करीब से नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ उग्रवादी ग्रुप मणिपुर के जरिए घुसपैठ की कोशिश कर सकते है इसीलिए सेना को बढ़ा दिया गया है. सेना प्रमुख ने कहा कि म्यांमार बॉर्डर पर हालात को देखते हुए असम राइफल्स को तैनात किया गया है. इसके साथ भी उन्होंने थल सेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर भी बात की.
120 महिलाएं छल सेना में कमांडिंग अफसर
जनरल मनोज पांडे ने कहा कि 120 महिलाओं को कमांडिंग अफसर बनाना बहुत बड़ी बात है. उनको पीस स्टेशन से लेकर चैलेंजिंग जगहों पर भी कमांड दी जा रही है. उन्होंने कहा कि अग्निवीर हर जगह तैनात हैं. इसके नतीजे बहुत अच्छे रहे है और रेस्पॉन्स भी अच्छा मिला है.
2024 सेना के लिए प्रौद्योगिकी अपनाने का साल
सेना प्रमुख ने कहा कि भारत-म्यांमा सीमा पर स्थिति हमारे लिए चिंता का विषय है, हम वहां के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं. जनरल मनोज पांडे ने कहा कि सुरक्षा बल के समग्र आधुनिकीकरण के तहत साल 2024 भारतीय सेना के लिए प्रौद्योगिकी अपनाने का साल होगा.
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