उत्‍तर भारत में कोहरे का कहर हुआ कम लेकिन अभी और सितम ढाएगी सर्दी, जानें मौसम विभाग का अनुमान..

दिल्ली में गुरुवार को हल्की बारिश हुई और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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उत्‍तर भारत इस समय शीत लहर का सामना कर रहा है
नई दिल्‍ली:

उत्‍तर भारत में अभी कंपकंपाती सर्दी से जल्‍द राहत मिलने के आसार नहीं हैं. यही नहीं सर्दी यहां आने वाले दिनों में और 'सितम' ढा सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत में अगले हफ्ते से शीतलहर के एक नए दौर के शुरू होने और इससे तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. इस बीच, कई राज्यों में सर्दी की स्थिति में कमी आने से लोगों को राहत मिली है. मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और इसके परिणामस्वरूप तेज सतही हवाओं के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरे की स्थिति में काफी सुधार आया है. हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में घने से बहुत घना कोहरा जारी है.

दिल्ली में गुरुवार को हल्की बारिश हुई और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने अगले सप्ताह शहर में शीतलहर की वापसी की भविष्यवाणी की है. IMD के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में पांच जनवरी से नौ जनवरी तक शीतलहर का दौर रहा, जो एक दशक में महीने में सबसे लंबा है.  राजस्थान में, सीकर के फतेहपुर और चुरू में 5 जनवरी को न्यूनतम तापमान शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस और शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया किया. कई दिनों की ठंड और कोहरे के मौसम के बाद चंडीगढ़ में तेज धूप निकली. शहर का न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. हरियाणा में, अंबाला में आठ डिग्री सेल्सियस, हिसार में 8.5 डिग्री सेल्सियस, करनाल में 8.7 डिग्री सेल्सियस, नारनौल में नौ डिग्री सेल्सियस, रोहतक में 9.2 डिग्री सेल्सियस और सिरसा में 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

पंजाब में, अमृतसर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस, पटियाला में 8.4 डिग्री सेल्सियस, पठानकोट में 8.5 डिग्री सेल्सियस, फरीदकोट में नौ डिग्री सेल्सियस और मुक्तसर में 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मोहाली में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार दूसरे दिन हिमपात जारी रहा और पूरी घाटी में रात का तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया है.उन्होंने कहा कि सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम और कश्मीर के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान हिमपात जारी रहा. कश्मीर के मैदानी क्षेत्र के कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बारिश हुई.उन्होंने कहा कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही जारी है, जबकि घाटी को जम्मू क्षेत्र से जोड़ने वाली वैकल्पिक सड़क मुगल रोड और श्रीनगर-लेह राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.

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अधिकारियों ने कहा कि कम दृश्यता के कारण यहां श्रीनगर हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन में कुछ देरी हुई. हालांकि दृश्यता में सुधार के बाद दोपहर में उड़ानों का संचालन बहाल हुआ.मौसम विज्ञान कार्यालय ने एक बयान में कहा, “उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में 14 जनवरी से न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री की कमी की संभावना है.”बयान में कहा गया है, “15, 16 और 17 जनवरी को उत्तर राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण शीतलहर की स्थिति और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है.”स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने कहा कि अगले सप्ताह चुरू और सीकर जैसे राजस्थान के कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे रहने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, “इन जगहों पर पारा शून्य से दो डिग्री नीचे आ सकता है, जो असामान्य नहीं है.”पलावत ने कहा कि 16 और 17 जनवरी को दिल्ली में भीषण शीतलहर चलने की संभावना है और शहर में न्यूनतम तापमान दो से चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. एक स्वतंत्र मौसमविद् ने भविष्यवाणी की है कि अगले सप्ताह मैदानी इलाकों में तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे तक गिर सकता है.

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