महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख आज भी प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाजिर रहने में असमर्थता जताई है. उन्होंने इस बाबत पत्र लिखकर ED (प्रवर्तन निदेशालय) को सूचित किया है. बकौल देशमुख, मेरी उम्र 72 साल है और कई दूसरी बीमारियों से ग्रसित हूं. उन्होंने कहा कि अगर ED चाहे तो ऑडियो या वीडियो के माध्यम से बयान दर्ज करा सकती है. बताते चलें कि मामला कथित तौर पर करोड़ों रुपये की रिश्वत और उगाही से जुड़ा है जिसके आरोप लगने के बाद देशमुख को गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे को गिरफ्तार किया था.
इस मामले को लेकर पूर्व गृहमंत्री ने दाखिल की गई ECIR की कॉपी मांगी है. साथ ही अपने पत्र में लिखा कि समन में यह साफ नहीं हैं कि मुझे क्यों बुलाया जा रहा है. मुझे मीडिया से जानकारी मिली है कि ED ने मुझसे जुडे दो लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि ECIR की कॉपी दिए बिना व्यक्तिगत रुप से पेश होने के लिए कहना ED की मंशा पर सवाल खड़ा करती है. इसके अलावा अनिल देशमुख ने ED से अपील की है कि वह बताए कि उसे जांच के लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए.
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गौरतलब है कि IPS ऑफिसर परमबीर सिंह ने मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि तत्कालीन गृह मंत्री देशमुख ने सचिन वाजे को मुंबई के बार और रेस्त्रां से हर महीने 100 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही के निर्देश दिए थे. बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर CBI द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया था और फिर शुरुआती जांच के बाद ED ने देशमुख और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.