असम के नगांव में एक पुलिस स्टेशन में शनिवार की शाम को गुस्साई भीड़ ने एक व्यक्ति की हिरासत में हत्या करने का आरोप लगाते हुए आग लगा दी. पुलिस ने कहा कि घटना में तीन लोग घायल हो गए, जबकि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि रात में नशे की हालत में सड़क पर पाए जाने के कारण व्यक्ति को थाने लाया गया था.
सूत्रों ने बताया कि बटाद्रवा पुलिस थाने की पुलिस ने सफीकुल इस्लाम को सालनाबारी इलाके से हिरासत में लिया था और कथित तौर पर 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. भीड़ में शामिल लोगों ने आरोप लगाया है कि रिश्वत की राशि देने में असमर्थ होने के कारण पुलिस ने मछली बेचने वाले सफीकुल इस्लाम की हत्या कर दी.
उनके परिवार ने दावा किया है कि पुलिस ने हिरासत में सफीकुल इस्लाम के साथ मारपीट की. उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि जब वे आज थाने में उनसे मिलने गए थे, तो उन्हें बताया गया कि वह अस्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल पहुंचने पर परिवार को पता चला कि इस्लाम मर चुका है और उसके शव को मुर्दाघर में रख दिया गया है.
बाद में, स्थानीय निवासियों की भारी भीड़ के साथ परिवार पुलिस थाने गया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ की और आग लगा दी.