भगोड़े अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के साथ मौके से फरार सहयोगी जोगा सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसे लुधियाना के पास सानेहवाल से पकड़ा गया. अमृतपाल अपने सहयोगी पपलप्रीत और ड्राइवर जोगा के साथ होशियापुर से फरार हुआ था. अमृतपाल ने जोगा से कहा था कि वो अपना मोबाइल फोन लेकर भाग जाए. पंजाब पुलिस जोगा सिंह का मोबाइल फोन ट्रैक कर रही थी और उसी आधार पर अमृतपाल की लोकेशन ट्रैक कर रही थी.
जोगा सिंह ने पूछताछ में बताया कि अमृतपाल ने फोन ऑन करके भागने को कहा था. इस तरह खुलासा हुआ कि अमृतपाल ने पंजाब पुलिस से बचने के लिए जोगा का फोन ऑन करके भागने को कहा और उसे बलि का बकरा बनाया.
खालिस्तान प्रचारक और 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल को पंजाब पुलिस लगातार 13 दिन से ढूंढ रही है. अमृतपाल के कभी दिल्ली, हरियाणा तो कभी उत्तराखंड में होने की खबर आती रही है. लेकिन उसके सटीक लोकेशन को लेकर पुलिस को अभी कोई इनपुट नहीं मिला है. इस बीच गुरुवार को अमृतपाल सिंह ने एक नया वीडियो जारी किया. इसमें उसने साफ कहा है कि वह सरेंडर नहीं करेगा. ये उसका दूसरा वीडियो है.
अलगाववादी और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह खुद को सिख आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का अनुयायी बताता है. 18 मार्च को 'वारिस पंजाब दे' संगठन के सदस्यों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद वह फरार हो गया था.
हुलिया बदल रहा है अमृतपाल
सोशल मीडिया पर सोमवार को अमृतपाल सिंह की उनके खास सहयोगी पपलप्रीत सिंह के साथ एक नई तस्वीर सामने आई. अधिकारियों ने कहा कि कट्टरपंथी सिख उपदेशक के खिलाफ पुलिस अभियान शुरू होने के एक दिन बाद यह तस्वीर ली गई थी. इसमें वह डेनिम जैकेट और ब्लैक चश्मे में दिख रहा है.
अमृतपाल के आईएसआई से रिश्ते
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित कुछ आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हुए है.