"अमेठी अब भी वही है लेकिन...": केंद्र सरकार के खिलाफ राहुल गांधी का मार्च

साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद दूसरी बार अमेठी गए 51 वर्षीय राहुल गांधी ने कहा, "अमेठी में हर गली अब भी वही है, केवल लोगों की आंखों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है."

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अमेठी में कांग्रेस की रैली में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी.

अमेठी/नईदिल्ली:

राहुल गांधी ने आज केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने अपने पूर्व लोकसभा क्षेत्र उत्तर प्रदेश के अमेठी में निकाले गए कांग्रेस के मार्च का नेतृत्व किया. उनकी बहन और पार्टी की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा उनके साथ थीं. यूपी में कांग्रेस अपने पैर जमाने के लिए मेहनत में जुटी है जबकि भाजपा लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद दूसरी बार अमेठी गए 51 वर्षीय कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "अमेठी में हर गली अब भी वही है, केवल लोगों की आंखों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है."

राहुल गांधी ने महंगाई के विरोध में हुई रैली में कहा, "दिलों में पहले की तरह जगह है. हम अब भी अन्याय के खिलाफ एकजुट हैं." उन्होंने कहा कि "मैं 2004 में राजनीति में आया था. अमेठी वह शहर है जहां मैंने अपना पहला चुनाव लड़ा था. अमेठी के लोगों ने मुझे राजनीति के बारे में बहुत कुछ सिखाया है. आपने मुझे राजनीति का रास्ता दिखाया है और मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं."

उनके भाषण में चीन के साथ भारत का सीमा विवाद, विरोध स्थलों पर किसानों की मौत और भाजपा पर "हिंदू बनाम हिंदुत्ववादी" का ताना-बाना शामिल था.

केरल के वायनाड से कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि "एक हिंदू अपना पूरा जीवन सत्य के मार्ग पर चलने में बिता देता है. एक हिंदू कभी भी अपने डर के आगे झुकता नहीं है - वह अपने सभी भय का सामना करता है. वह अपने डर को कभी भी क्रोध, घृणा में नहीं बदलने देता. लेकिन एक हिंदुत्ववादी केवल सत्ता में रहने के लिए झूठ का उपयोग करता है. महात्मा गांधी जी ने कहा कि एक हिंदू का मार्ग सत्याग्रह का है.” 

अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा था, लेकिन राहुल गांधी 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से 50,000 से अधिक मतों से हार गए थे. सन 2014 में केंद्र में भाजपा के सत्ता संभालने के बाद से यह पार्टी के लिए कई झटके में से एक था.

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अमेठी में आज का छह किलोमीटर का पैदल मार्च कांग्रेस के शीर्ष नेताओं (सोनिया गांधी सहित) की राजस्थान में एक रैली के ठीक एक हफ्ते बाद निकाला गया. राजस्थान में केंद्र की विफलताओं को उजागर करने के लिए कांग्रेस की रैली हुई थी. राहुल गांधी ने राजस्थान में भी "हिंदू बनाम हिंदुत्ववादी" के मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा था.

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(इनपुट एएनआई से भी)

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