घोड़ा गुस्सैल है या शांत... अमरनाथ यात्रा में घोड़े पर बैठने से पहले ऐसे जानें उसकी सेहत

अमरनाथ की यात्रा कराने वाले घोड़े की चलने की क्षमता घोड़े की रोकने की क्षमता घोड़े का ग़ुस्सा, यहां तक कि घोड़े की नाराज़गी और घोड़े के ख़ान पान की सारी जानकारी लिखित रखी जाती है.

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अमरनाथ यात्रा के पहले क्या है घोड़े और घोड़ा मालिकों की स्थिति?
पहलगाम:

अमरनाथ यात्रा के दौरान अधिकतर लोग चढ़ाई पर नहीं चढ़ पाते हैं, जिसकी वजह से वह घोड़े पर चढ़कर ये सफ़र तय करते हैं. भले ही ये सफ़र 50 किलोमीटर के आस पास का हो, लेकिन चढ़ाई दो हज़ार मीटर से ज़्यादा की होती है. लिहाज़ा अधिकतर लोगों को सांस की तक़लीफ या फिर घुटने में दर्द की शिकायत होने लगती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले घोड़ों का भी हेल्थ चेकअप होता है. घोड़े को जीआई टैग लगाया जाता है, जिसके आधार पर उसकी पूरी पहचान हो जाती है. इससे पता लग जाता है कि घोड़े का मालिक कौन है, घोड़ा कहां का है, घोड़ा के स्वास्थ्य से लेकर घोड़े की पहचान सब कुछ हो जाती है.

घोड़ों का भी होता है इंश्‍योरेंस

अमरनाथ की यात्रा कराने वाले घोड़े की चलने की क्षमता घोड़े की रोकने की क्षमता घोड़े का ग़ुस्सा, यहां तक कि घोड़े की नाराज़गी और घोड़े के ख़ान पान की सारी जानकारी लिखित रखी जाती है. आमतौर पर अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले घोड़ों का पूरे वर्ष का इंश्योरेंस होता है. लेकिन समय-समय पर इसे बदला भी जाता है, अभी तीन महीने का इंश्योरेंस होता है, तो कभी छह महीने का. अगर अमरनाथ यात्रा पर घोड़े का देहांत हो जाए, तो फिर घोड़े वाले को क़रीब 60,000- 100000  रुपये मिलते हैं. आपको ये भी बता दें कि घोड़े को ख़रीदने में भी क़रीब एक लाख रुपये ही लगते हैं और उसके बाद उसका हर रोज़ का ख़र्च भी उठाना पड़ता है. 

अमरनाथ यात्रा के लिए हर घोड़े का ये है रेट  

घोड़ों की पहचान से लेकर उनके सहायकों का पूरा ब्‍योरा रखने का काम स्थानीय प्रशासन के ज़रिये श्रम विभाग करता है. हर घोड़े के साथ जो भी सहायक होता है, उसका भी पहचान पत्र (ID) कार्ड बनता है और उसका भी पूरा मेडिकल चेकअप होता है. घोड़े के साथ जिस भी सहायक को दिया जाता है, उसके साथ वही जा सकता है. ऐसा नहीं है कि यात्रा पर जाने के पहले कुछ भी बदला जा सके. ये सारा काम सुरक्षा के मद्देनज़र किया जाता है. अगर आप अमरनाथ जा रहे हैं ,तो आपको प्रति घोड़ा दो दिन के लिए क़रीब 8-10 हज़ार रुपये देने पड़ेंगे. ये सरकारी रेट है और खाना पीना इसमें अलग रखा जाता है.

आमतौर पर जब भी आप अमरनाथ यात्रा पर जाएंगे, तो आपका भी मेडिकल चेकअप होगा, लेकिन आप ये याद रखिएगा कि जिस घोड़े पर आप जा रहे हैं, वो भी पूरी तरह से इस यात्रा के लिए तैयार होकर आया है.

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