राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने आज मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है. मनोज झा ने कहा स्पीकर को हटाने के लिए जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार काम से कम 122 सदस्यों का उसे समर्थन चाहिए. मैं बिहार सरकार के सलाहकारों से निवेदन करता हूं कि इस तरह के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के आलोक में ही कोई फैसला ले. हमारे विधायक बिल्कुल एकजुट हैं. हम वैसे लोग नहीं हैं, जिनके भोज में विधायक नहीं पहुंचे. हम वैसे लोग नहीं हैं, जो कार्यशाला के नाम पर विधायकों को लेकर बाहर चले गए.
मनोज झा ने कहा कि बिहार का बच्चा-बच्चा कल का इंतजार कर रहा है. हम सब लोकतंत्र बचाने के लिए एकजुट हैं. हमारे महागठबंधन के सभी नेता एक साथ हैं. हम उनको शुभकामना देते हैं. बता दें महागठबंधन के पास 114 सदस्य हैं. महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, भाकपा (माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) शामिल हैं. 243 सदस्यीय विधानसभा में राजद के सबसे अधिक 79 विधायक हैं.
नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (राजग) सरकार 12 फरवरी को विश्वास मत साबित करने का प्रयास करेगी और इसी दिन से विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू होगा.
बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि वह 12 फरवरी को बजट सत्र शुरू होने से पहले अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे . प्रदेश की नवगठित राजग सरकार ने चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है . चौधरी ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘मैं इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं. मैं 12 फरवरी को विधानसभा में रहूंगा और नियमों के मुताबिक सदन की कार्यवाही चलाऊंगा.''