दिल्ली: मैट्रिमोनियल साइट से ठगी, पुलिस ने 3 नाइजीरियन को किया गिरफ्तार

कुछ लोग मैट्रिमोनियल साईट पर फर्जी प्रोफाईल बनाकर लोगों को शादी का झूठा झांसा देकर अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे की ठगी कर रहे हैं. ऐसे ही लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह के 3 सदस्यों को साइबर अपराध थाना सेंट्रल ने हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर

आजकल के आधुनिक दौर में मैट्रिमोनियल साइट पर लाइफ पार्टनर चूज करने का ट्रेंड काफी आम हो गया है. लेकिन अब यह साइट ठगी का नया ठिकाना बन रहा हैं. कुछ लोग मैट्रिमोनियल साईट पर फर्जी प्रोफाईल बनाकर लोगों को शादी का झूठा झांसा देकर अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे की ठगी कर रहे हैं. ऐसे ही लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह के 3 सदस्यों को साइबर अपराध थाना सेंट्रल ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है.

डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी में सिनेवेज़ एंथोनी ओबियोरा, ओबिन्ना यूजीन ओरलुमा व एक भारतीय आरोपी राहुल नारंग शामिल है. आरोपी सिनेवेज़ एंथोनी ओबियोरा व ओबिन्ना यूजीन ओरलुमा नाइजीरियन है. सभी आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे. इसी तरह आरोपियो ने मैट्रिमोनियल साईट पर शादी का झांसा देकर फरीदाबाद की निवासी एक महिला से 10 लाख 52 हजार रुपये की ठगी की थी.

जानिए कैसे हुई ठगी की शुरुआत?
पीड़ित महिला की मुलाकात आरोपी आभट वर्मा से भारत मैट्रिमोनी साइट नामक साइट पर हुई थी, जहां पर आरोपी ने अपने आपको लंदन का रहने वाला बताया और उससे दोस्ती कर ली. इसके बाद उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया. आरोपी ने मिलने के लिए मुंबई आने के बात कही. कुछ समय बाद आरोपी लड़के ने पीड़िता महिला को फोन करके बताया कि 10 जनवरी 2023 को मुम्बई इंडिया आपसे मिलने आ रहा हूं. उसके बाद अगले दिन पीड़ित महिला के पास कई अलग-अलग नम्बरों से कस्टम, इन्कम टैक्स, ईडी और मनी ट्रान्सफर अधिकारी बनकर फोन आने लगे और फ्रॉडकर्ता ने कहा कि मुझे कस्टम अधिकारियों ने मुम्बई एयरपोर्ट पर पकड़ लिया है. क्योंकि मेरे पास कुछ ज्वेलरी औक लंदन करेंसी है. आप जब तक मुझे 5 लाख रुपए नहीं भेजोगी तब तक मुझे कस्टम , इन्कम टैक्स से क्लीयरेंस नहीं मिलेगा और किस्तों में पीड़िता के परिवार से करीब 10 लाख से अधिर रुपए की ठगी की गई.

Advertisement

साइबर फ्रॉडों तक पहुंची पुलिस
जब पीड़ित महिल को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत साइबर अपराध थाने से की. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई. पुलिस आयुक्त विकास अरोडा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपियो को जल्द पकडने के निर्देश दिए. डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ के मार्गदर्शन में प्रबंधक थाना साइबर अपराध सतीश कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह और उनकी टीम ने तकनीक का प्रयोग करके आरोपियो को साइबर फ्रॉड के मामले में दिल्ली के तिलक विहार एरिया से गिरफ्तार किया है.

Advertisement

आरोपियों ए.टी.एम. कार्ड, लैपटॉप , 22 मोबाईल फोन , 58 सिम जिनमें 31  विदेशी सिम व 27 भारतीय सिम व 20500 नगद बरामद किए गए. पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों के फर्जी बैंक खाते में अब तक 70-80 भारतीय महिलाओं के साथ व इसके अलावा एप पर अपना रुचि दिखाने वाली विदेशी महिलाओं के साथ भी फ्रॉड किया गया है. 4 फर्जी खातों के माध्यम से पैसे को बिटकोईन में बदलकर नाईजिरिया भेज दिए. आरोपियों को पूछताछ के लिए 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था. पूछताछ के बाद आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेजा जाएगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें -
आपत्तिजनक वेब सीरीज पर प्रतिबंध की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार कदम उठाएगी: चौहान
रामपुर: पिता ने दो बच्‍चों को जहर देने के बाद स्वयं जहरीला पदार्थ खाया, पिता और बेटी की मौत

Advertisement
Featured Video Of The Day
PM Modi को Guyana के Highest National Award 'The Order Of Excellence' से नवाजा