- अखिलेश यादव ने यूपी में पुलिस की फिरौती मांगने और अपराधी, पुलिस, बीजेपी के गठजोड़ का आरोप लगाया है.
- लद्दाख हिंसा को लेकर उन्होंने सरकार की वादाखिलाफी और संवेदनशील इलाके पर ध्यान न देने की निंदा की है.
- जानवरों के हमलों पर तंज कसते हुए उन्होंने बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर और राजधानी में बढ़ती घटनाओं का उल्लेख किया.
अखिलेश यादव बीजेपी पर समाज को बांटने का बड़ा आरोप लगाया है. लद्दाख हिंसा से लेकर आई लव मोहम्मद और महादेव के मुद्दे पर सपा चीफ ने मोदी और योगी सरकार को लेकर जमकर घेरा. उन्होंने ये भी दावा किया कि पीडीए से बीजेपी डर गई है. यही कारण है जाति महिमामंडन पर रोक लगा रही है.
आई लव मोहम्मद और महादेव पर अखिलेश यादव
आई लव मोहम्मद और महादेव के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि ये मामला बहुत सेंसिटिव है. धर्म में एक-दूसरे को आई लव यू कहने लगे तो सारे मसले ख़त्म हो जाएं. हमें ये देखना चाहिए कि इसके पीछे कौन है? यूपी में पुलिस फिरौती मांग रही है. कानपुर में अपराधी, पुलिस और बीजेपी तिकड़ी बनाकर एक हो गए हैं. यूपी सरकार के जातियों पर जारी किए गए नये आदेश पर कहा कि जाति हमारा पहले इमोशनल कनेक्ट है. संविधान ने आरक्षण जाति के हिसाब से दिया है. ये बीजेपी के लोग पीडीए की एकता से घबराये हुए हैं. हमने ग्राफ बनाकर सरकार से पीडीए पर सवाल किया तो ये घबरा गए. ये सरकार पीडीए को अपमानित कर रही है. जिन्हें आरक्षण खत्म करना है, वो जाति के हिसाब से अपमानित कर रहे हैं.
लद्धाख हिंसा पर सपा प्रमुख
अखिलेश यादव ने कहा, "मेरे सरकारी आवास और जिस मंदिर में हम गए, वहां गंगाजल से धुलवाने वालों पर क्या कार्रवाई हुई? ये बतायें कि गंगाजल से क्यों धुलवाया गया? खुले मंच से दस प्रतिशत कमीशन लेने की बात कहने वाले विधायक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई." लद्दाख हिंसा पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने राज्य बनाने का वादा किया था. वादाख़िलाफ़ी का परिणाम है कि बीजेपी का कार्यालय जला दिया गया. सरकार को लद्दाख के लोगों की बात माननी चाहिए. बॉर्डर स्टेट होने की वजह से वहां चीनी सेना घुस गई थी. सरकार को ऐसे संवेदनशील इलाक़े पर ध्यान देना चाहिए.
बीजेपी के स्वदेशी के नारे पर
सपा अध्यक्ष ने पीएम के स्वदेशी के नारे पर कहा कि हम चीन के ख़िलाफ़ हैं. चीन हमारी ज़मीन और बाज़ारों पर क़ब्ज़ा कर रहा है. हमारा बाज़ार चीन के सामानों से भरा पड़ा है. एक तरफ़ बीजेपी मेक इन इंडिया की बात करती है और दूसरी ओर बाज़ार चीन के सामान से भर दिए गए हैं. ये मुंह से स्वदेशी और मन से विदेशी हैं. 11 सालों में हमारे सारे पड़ोसी हमारे ख़िलाफ़ हो गए. अखिलेश यादव ने लगातार जानवरों के हमलों पर तंज कसते हुए कहा कि बहराइच, सीतापुर और लखीमपुर में तो जानवर थे ही अब राजधानी में भी आ गए हैं.