राजौरी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में जारी हाई अलर्ट के बीच जम्मू के इलाके में करीब एक दर्जन आर्मी स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है. आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चल रहे प्रयासों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमले के बाद उस क्षेत्र में तलाशी अभियान चल रहा है, किसी भी असुविधा से बचने के लिए 25 मई तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं." NDTV ने राजौरी में आर्मी गुडविल स्कूल से भी संपर्क किया और स्कूल के अधिकारियों ने पुष्टि की कि स्कूल बंद कर दिया गया है. अब छात्रों के लिए 25 मई तक ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा.
एक रक्षा अधिकारी ने कहा, "आतंकी हमले की खुफिया जानकारी के बाद जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे सभी रक्षा प्रतिष्ठानों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. एहतियात के तौर पर राजमार्ग पर स्थित सुंजुवान और दोमाना सहित कम से कम एक दर्जन सैन्य स्कूल बंद कर दिए गए."
सूत्रों के मुताबिक, पुंछ जिले में भींबर गली के पास हमीरपुर इलाके में आर्मी के पाइनवुड पब्लिक स्कूल और अखनूर में आर्मी पब्लिक स्कूल को भी एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है.
इस बीच, सुरक्षा बलों ने बुधवार सुबह पुरानी पुंछ और पुंछ के सीमावर्ती शहर में उपायुक्त कार्यालय परिसर के पास के इलाकों में तलाशी शुरू की, जब कुछ स्थानीय लोगों ने कुछ संदिग्ध लोगों की आवाजाही देखी.
जांच से जुड़े एक अधिकारी का कहना है, "राजौरी मुठभेड़ मामले की जांच से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान ने उन आतंकवादियों को हथियार मुहैया कराए थे, जिन्होंने गोलियां चलाई थीं."
उन्होंने कहा कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन गतिविधि भी बढ़ी है.
इस बीच, नॉर्दन कमांड ने एक ट्वीट में कहा, 'ऑपरेशनल स्पेक्ट्रम में चुनौतियों पर प्रतिक्रिया करने के उद्देश्य से अभ्यास किया गया था.' यह कमांड नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ दो केंद्र शासित प्रदेशों की पाकिस्तान और चीन से रखवाली करती है.
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