आगरा (Agra) में नौ साल के बच्चे की अपहरण (kidnap) करके बेहरमी से हत्या कर दी गयी. उसके बाद हत्यारों ने मासूम के शव को जंगल में दफन कर दिया. वारदात के 26 दिन बाद गुरुवार को पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया. उनकी निशानदेही पर जंगल से शुक्रवार तड़के बच्चे का शव बरामद कर लिया. पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाली बात यह सामने आयी कि तीनों हत्यारे बच्चे के पिता से चिढ़ते थे. इसलिये बच्चे की हत्या कर दी. जबकि बच्चे के पिता ने सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की, तो तीनों ने फिरौती मांगने की योजना बनाई.
आगरा के इरादतनगर के गांव हज्जूपुरा निवासी किराना व्यापारी गब्बर सिंह के नौ साल के बेटे कुलदीप का 23 जनवरी को अपहरण हो गया था. कुलदीप कक्षा एक में पढ़ता था. दोपहर में बच्चों के साथ खेल रहा था. इसके बाद वो लापता हो गया था. घरवालों ने काफी तलाश की थी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा था. थाना इरादतनगर में अपहरण का मुकद्मा दर्ज कराया गया. इसके बाद से पुलिस और परिजन बच्चे की तलाश में जुटे थे. मगर उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी. पिता गब्बर सिंह ने बताया कि उनके पास पहले फिरौती के दो पत्र आये. तीसरा पत्र भी आया, जिसे रात में किसी ने घर के अंदर फेंका था. जब उन्होंने बच्चे की टोपी देखी तो उनका माथा ठनका. उन्होंने पुलिस को पूरा मामला बताया.
पुलिस (Police) ने शक के आधार पर पड़ोस के रहने वाले तीन युवकों को पकड़ा. इसके बाद पुलिस ने सख्ती की तो तीनों हत्यारे टूट गये. उन्होंने हत्या की बात कबूल कर ली फिर अपहरण के 26 दिन बाद पुलस ने जंगल में दफनाये गये बच्चे के शव को बरामद कर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 23 जनवरी को कुलदीप का अपहरण कर उसे गांव से करीब दो किलोमीटर दूर जंगल में ले गये थे. उन्होंने उस दिन ही मासूम की हत्या कर दी थी. जंगल में गढ्डा खोदकर उसका शव दफना दिया था. इसके बाद उन्होंने मामला ठंडा पड़ने के बाद फिरौती मांगने की योजना बनायी थी. इस संबंध में थाना इरादतनगर इंस्पेक्टर अवधेश कुमार गौतम ने बताया कि बच्चे की हत्या के पीछे रंजिश का मामला निकलकर सामने आया है.
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