सेना में भर्ती को लेकर हाल ही में केंद्र ने अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) की घोषणा की थी. हालांकि, इस योजना के ऐलान के बाद कई राज्यों में युवाओं ने इसको लेकर प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जाहिर की है. बिहार में कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी हुई हैं. पुलिस को लाठीचार्ज तक करनी पड़ी है. वहीं इन विरोध प्रदर्शनों के बीच इसका असर ट्रेन परिचालन और इंटरनेट सेवा पर भी पड़ा है. बिहार में अग्निपथ योजना के घोषणा के बाद खराब विधि व्यवस्था के मद्देनजर रेलवे ने सोमवार को करीब 350 ट्रेनें नहीं चलाने का निर्णय लिया है. साथ ही 20 जिलों में इंटरनेट सेवा सोमवार को भी बंद रहेगी.
वहीं अपने सत्ता में सहयोगी भाजपा की आलोचना के बाद नीतीश कुमार सरकार ने एसएसबी के अर्ध सैनिक बलों को भाजपा के 11 दफ़्तरों में तैनात किया है. बता दें कि बिहार में जगह-जगह हुए प्रदर्शनों में बीजेपी नेताओं और उनके कार्यालयों को भी निशाना बनाया गया था. तोड़-फोड़ की घटनाएं भी सामने आ रही थीं.
सरकार ने मंगलवार को अग्निपथ योजना की शुरुआत करते हुए कहा था कि साढ़े सत्रह साल से 21 साल तक की आयु के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए शामिल किया जाएगा, जबकि उनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा. नई योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा. कोरोना वायरस महामारी के कारण दो साल से अधिक समय से सेना में रुकी हुई भर्ती प्रक्रिया की पृष्ठभूमि में नयी योजना की घोषणा की गयी है.
ये भी पढ़ें-
- ‘अग्निपथ' विवाद : नड्डा की युवाओं से अपील, प्रदर्शन छोड़ प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा करें
- देश के कई राज्यों में सोमवार को झमाझम बारिश की संभावना, जानें कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम
- Bharat Bandh: अग्निपथ योजना के विरोध में 20 जून को भारत बंद, यूपी, पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों में कड़ी सुरक्षा
ये भी देखें-विरोध के बीच 'अग्निपथ' में कई बदलाव, सैन्य अधिकारी बोले- वापस नहीं होगी योजना