"पुष्पा-2 के प्रीमियर में भगदड़ के बाद एक्टर ने कहा था- अब फिल्म हिट होगी" : तेलंगाना के विधायक का दावा

एआईएमआईएम के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि फिल्म स्टार कह रहे हैं कि सरकार उत्पीड़न कर रही है, अत्याचार कर रही है, लेकिन उनकी मानवता कहां है?

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एआईएमआईएम के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने विधानसभा में अल्लू अर्जुन की तीखी निंदा की.
हैदराबाद:

तेलंगाना के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को राज्य विधानसभा में दावा किया कि जब एक अभिनेता को बताया गया कि फिल्म 'पुष्पा 2' के प्रीमियर के दौरान भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई है तो उसने कहा कि "फिल्म अब हिट होगी."

हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को भगदड़ मचने से 35 साल की एक महिला की मौत हो गई और उसके आठ साल के बेटे को घायल होने पर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर के दौरान फिल्म के 41 वर्षीय हीरो के हजारों प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे. यह फिल्म 2021 की ब्लॉकबस्टर फिल्म "पुष्पा: द राइज" की सीक्वल है.

असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, "मैं उस मशहूर फिल्म स्टार का नाम नहीं लेना चाहता क्योंकि मैं उसे वह महत्व नहीं देना चाहता. लेकिन मेरी जानकारी के मुताबिक, वह फिल्म स्टार एक थिएटर में फिल्म देखने गया था. वह बैठा था, वहां हंगामा हुआ, उसके बाद पुलिस आई और कहा कि भगदड़ मच गई है, दो बच्चे गिर गए और एक महिला मर गई. फिल्म स्टार ने मुस्कुराते हुए कहा कि अब यह पिक्चर हिट होने वाली है." 

हाथ हिलाते हुए चला गया एक्टर

ओवैसी ने कहा, "भगदड़ में दो बच्चे फंस गए. एक महिला मर गई. उसके बाद भी वह (फिल्म स्टार) वहीं बैठा रहा और पूरी फिल्म देखी. उसके बाद वह उठा लेकिन उस समय भी उसने भगदड़ की परवाह नहीं की. वह अपनी कार में बैठा और हाथ हिलाते हुए चला गया."

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विधायक ने कहा कि फिल्म स्टार कह रहे हैं कि सरकार "यह उत्पीड़न कर रही है, यह अत्याचार कर रही है." उन्होंने पूछा, "लेकिन उनकी मानवता कहां है?" 

विधायक ने अपने कार्यकर्मों का हवाला देते हुए अपनी विशाल राजनीतिक रैलियों और उनमें भाग लेने के लिए आने वाले हजारों लोगों की ओर इशारा किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि वे हमेशा इस बात का ध्यान रखते हैं कि कोई भगदड़ न हो.

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महिला मर गई, उसका बेटा कोमा में है

अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, "मैं सार्वजनिक रैलियों में भी जाता हूं, जहां हजारों लोग आते हैं. मैं सुनिश्चित करता हूं कि वहां कोई भगदड़ न हो. मैं सुनिश्चित करता हूं कि मेरे आसपास मौजूद सुरक्षाकर्मी लोगों को धक्का न दें, ताकि कोई भगदड़ में न फंस जाए. मैं महाराष्ट्र चुनाव के लिए गया था, वहां हजारों-लाखों लोग थे. मैंने सुनिश्चित किया कि किसी को धक्का न लगे."

ओवैसी ने एक्टर की आलोचना करते हुए कहा कि, "मुझे याद है कि एक बार मुझे बचाते समय मेरे सुरक्षा अधिकारी की टोपी गिर गई थी. उसे अपना कर्तव्य निभाना था, वह मेरी सुरक्षा कर रहा था. इसलिए मैं नीचे झुका और मैंने उसकी टोपी उठाई. लेकिन आप देखिए, एक महिला मर गई, दो छोटे बच्चे भगदड़ में फंस गए, एक कोमा में है और वह सज्जन उनसे पूछने, उन्हें देखने की भी जहमत नहीं उठाते, और हाथ हिलाते हुए चले जाते हैं. अगर मैं गलत हूं, तो कृपया मुझे सही बात बताएं." 

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इजाजत नहीं ली थी

भगदड़ की घटना के बाद शहर की पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत अभिनेता अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया. इसके तुरंत बाद अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी हुई. उनको जमानत मिल गई, लेकिन उन्हें एक रात जेल में बितानी पड़ी.

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जेल से रिहा होने पर, अर्जुन ने अपने प्रशंसकों को धन्यवाद दिया और पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. जो कुछ हुआ उसके लिए हमें खेद है." 

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तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने आज दावा किया कि पुलिस की अनुमति न मिलने के बावजूद राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त अभिनेता 4 दिसंबर को उस थिएटर में गए, जहां 'पुष्पा 2' दिखाई गई थी. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भगदड़ में महिला की मौत के बाद भी अभिनेता सिनेमा हॉल से बाहर नहीं गए, जिसके कारण पुलिस ने उन्हें जबरन बाहर निकाल दिया.

फिल्मी हस्तियों की पीड़ित परिवार से नहीं सहानुभूति 

रेड्डी ने आगे कहा कि थिएटर प्रबंधन ने 2 दिसंबर को पुलिस को एक पत्र दिया था, जिसमें 4 दिसंबर को टॉप एक्टर और अन्य लोगों के दौरे को लेकर सुरक्षा मांगी गई थी. हालांकि, पुलिस ने भीड़ प्रबंधन में कठिनाइयों का हवाला देते हुए आवेदन को खारिज कर दिया था.

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उन्होंने कहा कि थिएटर में प्रवेश करने और बाहर निकलने से पहले, अभिनेता अपनी कार की सनरूफ से खड़े हुए और भीड़ को हाथ हिलाया, जिससे हजारों प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे.

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रेड्डी ने फिल्मी हस्तियों की आलोचना करते हुए कहा कि वे अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद उनसे मिलने के लिए उनके घर गए, लेकिन घटना में घायल होने के बाद अस्पताल में इलाज करा रहे लड़के से मिलने के लिए सहानुभूति नहीं दिखाई.

लोगों को परेशान करने वालों को नहीं छोड़ेगी सरकार

रेड्डी ने कहा, "फिल्मी हस्तियां अल्लू अर्जुन के घर उनकी कुशलता के बारे में पूछने के लिए कतार में खड़ी थीं, लेकिन उनमें से कोई भी उस महिला के बारे में जानने के लिए नहीं गया, जिसकी मौत हो गई और जिसका बेटा करीब 20 दिनों से कोमा में है. हमें फिल्म उद्योग के दिग्गजों के बारे में क्या सोचना चाहिए? वे सरकार और मेरी आलोचना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनमें से कोई भी उस परिवार से मिलने नहीं गया." 

मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि भगदड़ में मौत जैसी अप्रिय घटनाओं के दौरान कोई विशेषाधिकार नहीं दिया जाएगा. सरकार उन लोगों को नहीं छोड़ेगी, जिन्होंने आम लोगों को परेशान किया.

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