विधायकों की बैठक के बाद कांग्रेस ने कहा- सोनिया गांधी चुनेंगी पंजाब का नया मुख्यमंत्री

Punjab Congress Crisis: अमरिंदर सिंह के जाने के बाद कांग्रेस का कहना है कि पंजाब के विधायकों ने सोनिया गांधी से नया मुख्यमंत्री चुनने का अनुरोध किया है.

विज्ञापन
Read Time: 26 mins

पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत.

चंडीगढ़:

Punjab Congress Crisis: पंजाब के मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे (Amarinder Singh Resigns) के बाद आज कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई. बताया जाता है कि अब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्य का नया मुख्यमंत्री चुनेंगी. चंडीगढ़ में हुई विधायकों की बैठक से निकलते हुए कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि विधायकों ने आज दो प्रस्ताव पारित किए हैं. पहले प्रस्ताव में अमरिंदर सिंह को उनके कार्यकाल के लिए धन्यवाद दिया गया. दूसरे प्रस्ताव में सोनिया गांधी को कांग्रेस विधायक दल का अगला नेता चुनने के लिए अधिकृत किया गया. विधायक दल का नेता प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा.

हरीश रावत ने कहा, "हमने पार्टी आलाकमान को दो प्रस्ताव भेजे हैं, जो कि आज कांग्रेस विधायक दल ने पारित किए हैं. हम उनके (पार्टी आलाकमान) फैसले का इंतजार कर रहे हैं."

पंजाब के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई.

इस बीच अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का अगले मुख्यमंत्री के रूप में विरोध किया है. उन्होंने सिद्धू को "अक्षम व्यक्ति" कहा है. अमरिंदर सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "वह एक आपदा बनने जा रहा है. मैं अगले मुख्यमंत्री पद के लिए उनके नाम का विरोध करूंगा. उनका पाकिस्तान से संबंध है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा."

अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह (नवजोत सिद्धू) कमर जावेद बाजवा (पाकिस्तानी सेना प्रमुख) और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के दोस्त हैं."

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज चुनाव से महीनों पहले पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें "तीन बार अपमानित" किया गया और कांग्रेस "जिस पर वह भरोसा करती है" उसको नियुक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह "समय आने पर अपने विकल्पों का उपयोग करेंगे."

Advertisement

पंजाब में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ लंबे समय तक चली तनातनी के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने दो टूक कहा कि बार-बार विधायकों की बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया. इसके बाद उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया.

विधायक दल की बैठक से कुछ देर पहले अमरिंदर सिंह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना और अपने मंत्रिपरिषद का इस्तीफा सौंपा. इस्तीफा देने के बाद राजभवन के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों और समर्थकों के साथ बातचीत करने के बाद भविष्य के कदम एवं विकल्प पर फैसला करेंगे. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि फिलहाल वे कांग्रेस में ही हैं. अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस अलाकमान जिसे चाहे, उसे मुख्यमंत्री बना सकता है.

Advertisement

अमरिंदर ने कहा कि ‘‘मेरा फैसला आज सुबह हो गया था. मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और उनसे कह दिया था कि इस्तीफा दे रहा हूं.'' अमरिंदर सिंह के अनुसार, ‘‘कुछ महीनों में यह तीसरी बार हो रहा है. पहले विधायकों को बुलाया, दूसरी बार बुलाया और तीसरी बार बैठक कर रहे हैं. मैं अपमानित महसूस करता हूं. मेरे ऊपर अगर संदेह है तो ऐसे में मैंने फैसला किया कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया जाए.'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को जिस पर भरोसा हो, उसे मुख्यमंत्री बना सकता है.

यह पूछे जाने पर कि उनकी भविष्य की रणनीति क्या होगी और क्या भाजपा अथवा किसी दूसरी पार्टी के साथ जाएंगे, तो अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘‘मेरी 52 साल की राजनीति में जिन लोगों ने मेरा साथ दिया, उनके साथ बातचीत करने के बाद इस बारे में फैसला करूंगा.''

Advertisement

इस सवाल पर कि क्या वह नए मुख्यमंत्री को स्वीकार करेंगे तो उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों से चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘जहां तक मेरी भविष्य की राजनीति का सवाल है, तो एक विकल्प हमेशा रहता है, समय आने पर उस विकल्प को देखूंगा. मैं अपने साथियों से बात करके कोई फैसला करूंगा.''

बाद में एक निजी चैनल से बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह पंजाब का बेड़ा गर्क कर देंगे क्योंकि वह उनके नेतृत्व वाली सरकार में एक मंत्रालय नहीं चला सके थे.

Advertisement
Topics mentioned in this article