झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ राज्य के सभी आदिवासी नेता एकजुट हो गए हैं. कई आदिवासी संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को राज्य बंद (Jharkhand Bandh) का आह्वान किया. राज्य में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी जिला मुख्यालयों और कस्बों में बसें, स्कूल-कॉलेज और बाजारों को बंद रखा गया है.
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सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध मे ंझारखंड बंद
बुधवार को झारखंड बंद का ऐलान करते हुए केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि राज्य के 15-20 आदिवासी संगठन बंद में शामिल होंगे. उन्होंने कहा, "जांच में ईडी के साथ सहयोग करने के बावजूद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया, हम इसका विरोध करते हैं."
बंद के दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं जारी
अजय तिर्की ने कहा कि बंद से आपात सेवाओं पर असर नहीं पड़ेगा. अगर स्कूल गुरुवार को खुलते हैं तो हम उनमें बाधा नहीं पहुंचाएंगे. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के आरोप में सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से गुस्सा
बता दें कि हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद धनशोधन के एक मामले में बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन का नाम मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तावित किया गया है. ईडी ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के आरोपों को लेकर सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद बुधवार को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था. सोरेन की गिरफ्तारी से आदिवासी समूहों में काफी गुस्सा है. यही वजह है कि सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ आज झारखंड बंद बुलाया गया है.