अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस की रेगुलर बेल पर दायर किये गए ईडी (ED) के विरोध पत्र में बड़ा खुलासा हुआ है. ईडी का कहना है कि जैकलीन ने जांच के दौरान सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी. उन्होंने मोबाइल से डेटा डिलीट किया था. जैकलिन ने जांच के दौरान देश छोड़कर फरार होने की भी कोशिश की थी, लेकिन LOC जारी होने के कारण कामयाब नहीं हो सकी.
ईडी ने कहा कि जैकलीन ने कभी भी जांच में सहयोग नहीं किया, जब भी सबूत दिखाकर या अन्य आरोपियों के सामने बैठाकर पूछताछ की गई बस कबूल किया. ईडी ने कोर्ट को बताया कि जैकलीन का बर्ताव जांच के दौरान ठीक नहीं रहा, वो सबूतों और गवाहों को नुकसान पहुंचा सकती है.
इन्हीं खास दलीलों के साथ ED ने पटियाला कोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर जैकलीन को बेल दिये जाने का विरोध किया. इससे पहले दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान ईडी ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा. कोर्ट ने ईडी से पूछा कि क्या आपने चार्जशीट की कॉपी सभी आरोपियों को दिया. जैकलीन के वकील ने कहा कि ईडी ने कोर्ट में कहा कि वह चार्जशीट की कॉपी देगी, लेकिन उसके बाद भी उन्हें नहीं मिली.
जैकलीन फर्नांडिस के वकील ने कहा कि सप्लीमेंट्री चार्जशीट में जैकलीन का नाम शामिल किया गया है. कोर्ट ने ईडी से सभी आरोपियों को चार्जशीट की कॉपी देने के आदेश दिए. कोर्ट ने साथ ही कहा कि अगली सुवनाई तक जैकलीन को मिली अंतरिम राहत बरकरार रहेगी.
पटियाला हाउस कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी. इससे पहले जैकलीन फर्नांडिस पटियाला हाउस कोर्ट वकील की वेशभूषा में पहुंची.
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