''बीते 24 घंटों में चमत्कार सा हुआ": डिजिटल इंडिया के कमाल पर पत्रकार की पोस्ट, पीएम मोदी ने दिया यह जवाब

JeevanPraman ऐप से मुश्किल से 10 मिनट में वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार की पेंशनर मां का जीवन प्रमाण मिल गया और 24 घंटे के भीतर एसबीआई की ब्रांच में अपडेट भी हो गया.

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नई दिल्ली:

केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया (Digital India) कार्यक्रम से देश के लाखों लोगों की राह आसान हुई है. जहां पहले लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्‍कर लगाने पड़ते थे और आम लोगों को काफी परेशान होना पड़ता था, वहीं अब डिजिटल इंडिया से दिनों का मिनटों में निपट जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्‍व में डिजिटल इंडिया के कारण बहुत से लोगों की परेशानी कम हुई है और सबसे ज्‍यादा फायदा हुआ है बुजुर्गों को. वरिष्‍ठ पत्रकार अजय कुमार ने डिजिटल इंडिया से आसान होती जिंदगी का अनुभव शेयर किया है, जिसका पीएम मोदी ने जवाब दिया है. 

पीएम मोदी ने एक्स पर अजय कुमार की पोस्ट के जवाब में कहा है कि, ''सबसे पहले अजय कुमार जी, आपकी माता जी को मेरा प्रणाम! मुझे इस बात का संतोष है कि डिजिटल इंडिया ने उनकी पेंशन की राह आसान की है और यह देशभर के बुजुर्ग नागरिकों के बहुत काम आ रहा है. यही तो इस कार्यक्रम की बहुत बड़ी विशेषता है.''

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वरिष्‍ठ पत्रकार अजय कुमार ने एक्‍स पर एक पोस्‍ट में कहा, "आदरपूर्वक धन्यवाद देने चाहता हूं, मोदी सरकार के डिजिटल कार्यक्रम को. आज से पहले ऐसी सहूलियत वरिष्ठ नागरिकों के लिए मैंने खुद कभी अनुभव नहीं की थी. मेरे पिता के देहांत के बाद उनकी पेंशन, फैमिली पेंशन के तौर पर मेरी 83 साल कि मां को ट्रांसफर हुई. ट्रांसफर में जरा भाग-दौड़ करनी पड़ी, पत्रकार होने का फायदा मिला, लेकिन बीते 24 घंटों में चमत्कार सा हुआ." 

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उन्‍होंने आगे कहा, "हर पेंशनधारक को 30 अक्‍टूबर के पहले जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होता है. हैरानी है कि एक बार फिर पटना या दिल्ली के किसी एसबीआई ब्रांच के चक्कर काटने होंगे, मुझे #JeevanPraman ऐप का पता चला. मुश्किल से 10 मिनट में घर पर ही मां का जीवन प्रमाण मेरे पास था और 24 घंटे के भीतर पटना के एसबीआई ब्रांच में अपडेट भी था. मां का इनकम टैक्‍स रिफंड, उनके खाते में टैक्‍स जमा करने के 10 दिन के अंदर क्रेडिट हो गया. इन दोनों वाक्यों के बाद क्या मोदी सरकार की डिजिटल पहल के लिए उन्हें साधुवाद नहीं देना चाहिए." 

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साथ ही उन्‍होंने सभी सीनियर सिटीजन से जीवन प्रमाण ऐप का इस्तेमाल करने को कहा. उन्होंने कहा है कि अब किसी दफ्तर का चक्कर काटने कि जरूरत नहीं है. किसी दलाल को घूस देने कि जरूरत नहीं है. किसी बैंक कर्मचारी के हाथ जोड़ने की जरूरत नहीं है.

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