'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े थे सभी आरोपी, संसद उल्लंघन के पीछे 18 महीने की योजना

Parliament Security Breach: संसद भवन में भारी सुरक्षा चूक के मामले में गिरफ्तार किए गए छह लोगों पर आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आरोप लगाए गए हैं.

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इंडिया गेट पर एक बैठक के दौरान समूह के सदस्यों के बीच कैन बांटे गए...
नई दिल्‍ली:

संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की घटना 18 महीने की प्‍लानिंग का परिणाम थी. हमले को अंजाम देने वाले सभी आरोपी अलग-अलग राज्‍यों सें हैं, लेकिन इन सभी में एक कॉमन लिंक है- 'भगत सिंह फैन क्लब' नामक एक सोशल मीडिया पेज. घटना उस वक्त सामने आई, जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए, नारेबाजी की और ‘केन' के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया. 

इस बीच, संसद के बाहर नीलम आज़ाद और अमोल शिंदे ने पीले और लाल धुएं वाले कैन का इस्तेमाल किया और "तानाशाही" के खिलाफ नारे लगाए. शर्मा लखनऊ के रहने वाले हैं और मनोरंजन, मैसूर के रहने वाले हैं. नीलम, हरियाणा के जिंद की रहने वाली हैं और शिंदे महाराष्ट्र से हैं. पता चला कि अमोल शिंदे अपने गृहराज्‍य महाराष्ट्र से अपने साथ धुएं के कैन लेकर आए थे. इंडिया गेट पर एक बैठक के दौरान समूह के सदस्यों के बीच कैन बांटे गए. इसके बाद पूरी योजना को अंजाम देने के लिए सफर शुरू किया गया.

क्‍या था मकसद...?
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब नाम के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े हुए थे. हालांकि, इनका क्‍या मकसद था, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि आरोपी करीब डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले और योजना को आगे बढ़ाने पर चर्चा की. लगभग नौ महीने पहले एक और बैठक हुई, जब आरोपियों ने पूरे हमले की योजना बनाई.

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बड़ी चालाकी से पूरी घटना को अंजाम दिया
सूत्रों ने बताया कि सागर शर्मा इसी जुलाई में लखनऊ से दिल्ली आए थे. इस यात्रा के दौरान, वह संसद में प्रवेश नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने बाहर से ही इसकी निगरानी की और सुरक्षा जांच को ध्यान से देखा. कल की योजना को अंजाम देने के लिए आरोपी इस रविवार को दिल्ली पहुंचे. वे गुरुग्राम में विक्की के घर पर रुके थे. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि सभी छह लोग संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल सागर शर्मा और मनोरंजन ही पास पाने में कामयाब रहे. दोनों कल दोपहर में संसद में दाखिल हुए. इसके बाद उन्‍होंने बड़ी चालाकी से पूरी घटना को अंजाम दिया. 

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