दिल्ली में कोरोना के दिनोंदिन रिकॉर्ड तोड़ते नए मरीजों की संख्या और ऑक्सीजन की बढ़ती किल्लत को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं. इसी के तहत दिल्ली में ऑक्सीजन आपूर्ति की निगरानी के लिए 24/7 कंट्रोल रूम बनेगा. इसमें शिकायत का 30 मिनट में समाधान करना होगा.इस कंट्रोल रूम में एक हेल्प डेस्क भी बनाया जाएगा जिसका काम केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार के और प्राइवेट अस्पतालों की ऑक्सीजन संबंधित शिकायतों का निपटारा करना होगा.ऐसी शिकायतों को आधे घंटे के भीतर निपटाना होगा.अगर आधे घंटे के भीतर शिकायत और समस्या का समाधान नहीं होता तो विजय बिधूड़ी नाम के आईएएस अफसर की जिम्मेदारी होगी कि शिकायत का समाधान करें.
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दिल्ली सरकार के मुताबिक ऐसी खबरें लगातार आ रही है कि यूपी या हरियाणा अपने यहां से मेडिकल ऑक्सीजन दिल्ली नहीं जाने दे रहे हैं. ऐसे में आदेश दिया गया है कि दिल्ली पुलिस को जिम्मेदारी दी गई है कि वह ऑक्सीजन टैंकर की आवाजाही और नियंत्रण पर निगरानी रखे. दिल्ली पुलिस को कहा गया है अलग-अलग चेकपोस्ट से दिल्ली में आने और बाहर जाने वाले ऑक्सीजन टैंकर का रिकॉर्ड रखा जाए. दिल्ली में एंट्री करते ही ऑक्सीजन टैंकर को हॉस्पिटल तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर दिया जाए.इस काम के लिए दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मुक्तेश चंद्र को नोडल ऑफिसर बनाया गया है.
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अहम बात यह है कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मुक्तेश चंद्र कि यह भी जिम्मेदारी होगी कि वह जहां से ऑक्सीजन बन रही है और दिल्ली के जिस अस्पताल में सप्लाई की जा रही है वहां तक सभी तरह की सिक्योरिटी इंतजाम करें.सभी अस्पतालों को कहा गया है कि वह अपने यहां ऑक्सीजन ऑडिट कमिटी बनाएं. यह कमेटी देखेगी कि मेडिकल ऑक्सीजन का सही से इस्तेमाल हो. यह कमेटी यह डाटा कलेक्ट करेगी की कितनी ऑक्सीजन इस्तेमाल हुई और कितनी ऑक्सीजन का स्टॉक है और इसका सारा अपडेट सरकार को देगी.
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दिल्ली में पिछले 24 घंटों के आंकड़ो में अब तक सबसे ज्यादा मौतें दर्ज हुई हैं. पिछले 24 घंटे में 306 मरीजों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में 26,169 नए मामले सामने आए हैं.पिछले 24 घंटे में पॉजिटिविटी रेट 36 % के पार चला गया है. एक्टिव मामलों की संख्या 91,000 के पार पहुंच गई है, जो अब तक सबसे ज़्यादा आंकड़ा है.
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